तुलसी
जन्म शताब्दी समारोह के द्वितीय चरण में सिक्के के लोकार्पण कार्यक्रम का
शुभारंभ करते हुए आयोजन समन्वयक जैन लूणकरण छाजेड़ ने कहा कि गंगा-जमुना
संस्कृति का शहर है बीकानेर और यहां की विशेषता है यहां कोई साम्प्रदायिक
दंगे नहीं हुए हैं क्योंकि यह संतों मुनियों का स्थल है यहां आचार्य तुलसी
जैसे महान् संतों की पावन भूमि है। उन्होंने नैतिकता के शक्ति पीठ पर भारत
के वित्त मंत्री पी.चिदम्बरम का स्वागत करते हुए कहा कि वित्तमंत्री ने
आचार्य तुलसी जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में 20 रुपए व 5 रुपए का सिक्का
जारी करके आचार्य तुलसी के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। केन्द्रीय वित्त
मंत्री पी. चिदम्बरम ने मर्यादा महोत्सव में आचार्य तुलसी जन्म शताब्दी के
अवसर पर महाश्रमणजी के सान्निध्य में 20 रुपए व 5 रुपए के सिक्के का
अनावरण किया। अपने वक्तव्य में चिदम्बरम ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे
तुलसी जन्म शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने का मौका मिला। मैं आभारी हंू
कि श्रीमती सोनिया गांधी व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मुझे इस कार्य के
लिए अनुमति दी। जैन धर्म अहिंसा के पथ पर सबसे आगे है। महात्मा गांधी
अहिंसा और सत्याग्रह की राह पर चले थे और आचार्य तुलसी ने भी ऐसा ही करते
हुए अहिंसा के राह पर चलने की एक परम्परा शुरू कर दी। तुलसी ने सभी जाति,
सभी वर्ग तथा छोटे-से-छोटा गांव हो या बड़ा शहर सब जगह अणुव्रत के बीज बोए
हैं। मंदिर, मस्जिद या गुरुद्वारा सब जगह यही संदेश मिलता है। शान्ति,
अहिंसा और संयम के भाव जैन मुनियों में अधिक देखने को मिलता है।
महाश्रमणजी ने द्वितीय चरण में अपना व्याख्यान देते हुए कहा कि सिक्के
का महत्व संसारी लोगों में होता है। साधुओं के लिए सिक्के का महत्व नहीं
है। आचार्य तुलसी ने आपको अणुव्रती सिक्का प्रदान किया है उसे अपनाएं। संयम
से व्यक्तित्व का विकास हो ऐसा आचरण रहे। सिक्का भौतिक होता है नैतिकता
के सिक्के का उपयोग करें। पी. चिदम्बरम वित्त मंत्री है और वित्त से जुड़े
मैं साधु और व्रत से जुड़ा हंू। वे वित्त देखते हैं और मैं व्रत देखता हंू।
साधु चरित्र की बात करता है, व्रत की बात करता है जिससे जनता को नैतिकता
मिले और जो कल्याणकारी हो।
अपने उद्बोधन के बाद वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने हीरालाल मालू,
हंसराज डागा, कमल दूगड़ व महावीर रांका को भी यह सिक्का भेंट किया। विनोद
चौरडिय़ा ने वित्त मंत्री को एक मोमेंटो भेंट किया। जन्म शताब्दी समारोह के
संयोजक हीरालाल मालू ने स्वागत भाषण दिया तथा विनोद चौरडिय़ा ने वित्त
मंत्री का अभिनन्दन किया। इस अवसर पर मर्यादा महोत्सव व्यवस्था समिति के
संयोजक हंसराज डागा ने सिक्के के संदर्भ में बताया कि कि शीघ्र ही यह
सिक्के चलन में आ जाएंगे 20 रुपए का सिक्का संग्रहण के लिए तथा पांच रुपए
का सिक्का चलन में जारी किया गया है।
केन्द्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम निजी प्लेन में बीकानेर पधारे थे
उनके साथ अरुण सोबती, पद्मभूषण से सम्मानित फोटोग्राफर रघु राय, सुखराज
सेठिया व कुणाल लालाणी आए थे उनका वहां स्वागत तथा अगुवानी करने के लिए
महावीर रांका, नवरत्न बैद अपनी टीम के साथ पहुंचे। वित्त मंत्री के इस
कार्यक्रम में आने पर उनके स्वागत में सांसद अर्जुनराम मेघवाल, डॉ. बी.डी.
कल्ला, अजय चौपड़ा, गोपाल गहलोत सहित सभी गणमान्य जन उपस्थित थे।
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