गंगाशहर. टीना अंबानी शनिवार को नैतिकता का शक्तिपीठ पहुंची। यहां टीना ने आचार्य तुलसी को भावांजलि अर्पित की। टीना अंबानी ने नैतिकता के शक्तिपीठ पर साहित्य साधना में महाश्रमणी साध्वी प्रमुखा श्री कनकप्रभाजी के दर्शन किए। साध्वीप्रमुखाश्री जी ने बताया कि साधु जीवन संयम, तपस्या एवं त्याग का जीवन हैं।
इस पर टीना अंबानी ने कहा कि यहां आकर शांति की अनुभूति हो रही हैं।
साध्वीप्रमुखाजी ने कहा कि व्यक्ति को स्वार्थी नहीं होना चाहिए परमार्थी बनना चाहिए तथा समाज व देश के लिए कुछ करना चाहिए। साध्वियों ने जब उन्हें बताया कि साध्वी प्रमुखा जी ने लगभग 80 हजार किमी की पैदल यात्रा कर ली है तो सुनकर आष्चर्य व्यक्त किया। इस मौके पर उपस्थित साध्वी सुनंदाश्री एवं अन्य साध्वियों ने बताया कि अणुव्रतए प्रेक्षाध्यान व जीवन विज्ञान पर आचार्य श्री महाश्रमण जी एवं साध्वी प्रमुखाश्री कनक प्रभाजी के सान्निध्य में लगभग 800 साधु-साध्वियां श्रमण व श्रमणियां कार्य कर रही हैं। साध्वी कल्पलताजी ने उनको बताया कि कनकप्रभा जी कवि, लेखक- व्याख्यानकार एवं प्रख्यात साहित्यकार हैं तथा अभी आचार्य तुलसी वांगमय के लेखन के कार्य में लगे हुए हैं। टीना अंबानी ने बताया कि वे आठ बहनें हैं जिसमें से आज छह बहिनें यहां उपस्थित है।
बीकानेर भ्रमण पर आईं टीना अंबानी ने देशनोक में करणी माता के दर्शन किए। इस दौरान मंदिर में बड़ी संख्या में काबा(चूहों) को देख वे काफी रोमांचित हुईं और उन्हें अपने कैमरे में कैद किया।
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