विनम्रता की प्रतिमूर्ति : आचार्य श्री महाश्रमणजी
पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री महाश्रमण जी और श्रद्धेय मंत्री मुनि प्रवर का हरियाणा के हिसार में मिलन हुआ । यह क्षण अदभुत व् अविस्मर्णीय था । अपने दीक्षा प्रदाता मंत्री मुनि श्री को स्वयं गुरुदेव ने वंदना की । ऐसे महान, महातपस्वी, विन्रम गुरु को पाकर हम सब धन्य है ।
हिसार, 12 मई 2014 जैन तेरापंथ न्यूज देवेंद्र डागा
अनुकंपा की चेतना का विकास ही यात्रा का लक्ष्य : आचार्य श्री महाश्रमणजी
पूज्य प्रवर आचार्य श्री महाश्रमण जी ने अहिंसा यात्रा के प्रमुख चार सूत्रों की चर्चा करते हुए कहा कि हर संप्रदाय में आपसी सामंजस्य हो, हर व्यक्ति नशा मुक्त जीवन जीएं, कन्या भ्रूण हत्या का समग्र विरोध हो और यथा संभव ईमानदारी का हर व्यक्ति पालन करें ताकि उसमें नैतिक मूल्यों का समावेश हो। यदि ऐसा हुआ तो फिर सारी समस्याएं स्वत: ही समाप्त हो जाएगी। यह विचार जैन तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमणजी ने रविवार को गांव न्योली कलां के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अपने श्रद्धालुओं से व्यक्त किए। इससे पूर्व गांव सीसवाल से होकर न्योली कलां में पहुंची यात्रा का ग्रामीणों ने जोरदार अभिनंदन किया।
प्रवचन में पूज्य प्रवर आचार्य श्री महाश्रमण जी ने फ़रमाया कि अहिंसा यात्रा का लक्ष्य अनुकंपा की चेतना का विकास करना है। यदि मनुष्य में दया, करुणा और अनुकंपा का विकास होता रहे और वह संवेदनशील बना रहे तो परिवार, समाज और राष्ट्र की सभी समस्याओं और विसंगतियों से मुक्त हुआ जा सकता है और विश्व में शांति स्थापित करने का पथ प्रशस्त हो सकता है। उन्होंने कहा कि बाजार में नैतिकता और व्यवहार में अहिंसा रहे तो ही सामाजिक समरसता कायम हो सकेगी। इन्हीं सब उद्देश्यों को लेकर आचार्य श्री तुलसी, आचार्य महाप्रज्ञ और उनके अनुसरण पर हमारा धर्मसंघ गतिमान होता रहेगा।
इस मौके पर मेयर शकुंतला राजलीवाला, प्रदेशाध्यक्ष घीसाराम जैन, कृष्णा भाटी, प्रमोद जैन, हनुमानदास भाटी, सुभाषचंद्र गोयल, जगदीश जिंदल, ललित शर्मा, महावीर असरावां, सुभाष अग्रवाल, पवन जैन, विजय गर्ग, ताराचंद बरवालिया, राकेश शर्मा, सुभाष मित्तल, राजेश मोंगा, अनूप बसंल, चंद्रमोहन गोयल, गौरव व कपिल आदि मौजूद थे।
गांव न्योली मंडी आदमपुर 11 मई 2014 जैन तेरापंथ न्यूज देवेंद्र डागा
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