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राष्ट्र के चरित्र निर्माण में अणुव्रत आन्दोलन महत्वपूर्ण

समग्र विकास के लिए शिक्षा में नैतिक मूल्य जरूरी:  स्मृति इरानी

नई दिल्ली, 7 जून 2014।
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी ने राष्ट्रीय एकता एवं समग्र विकास के लिए शिक्षा में नैतिक मूल्यों की उपयोगिता को उजागर करते हुए कहा कि राष्ट्र के चरित्र निर्माण में आचार्य तुलसी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनके द्वारा प्रवर्तित अणुव्रत आन्दोलन ने नैतिकता एवं चरित्र की प्रतिष्ठापना में अमूल्य योगदान किया है।
श्रीमती इरानी ने आज अपने निवास लोधी गार्डन में अणुव्रत प्रतिनिधि मंडल से चर्चा करते हुए उद्गार व्यक्त किए। इस प्रतिनिधि मंडल में सूर्यनगर एज्युकेशन सोसायटी (रजि॰) के महासचिव श्री ललित गर्ग, जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा-शाहदरा के अध्यक्ष श्री भानु प्रकाश बरडि़या, अणुव्रत प्रतिनिधि श्री बाबूलाल दुगड़, विद्या भारती स्कूल की जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती सुशीला शर्मा सम्मिलित थे। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा की पदयात्रा करते हुए राष्ट्रसंत आचार्य श्री महाश्रमण के दिल्ली पदार्पण पर आयोज्य होने वाले आचार्य तुलसी जन्म शताब्दी के कार्यक्रमों पर श्रीमती इरानी ने कहा कि नैतिकता और चरित्र की स्थापना संतपुरुषों के मार्गदर्शन में ही हो सकती है। हर इंसान एक अच्छा इंसान बनने का संकल्प ले, यह जरूरी है। आचार्य श्री तुलसी जन्मशताब्दी समारोह निश्चित ही देश में इंसानियत एवं भाईचारे की प्रतिष्ठा का सशक्त माध्यम बनेगा। सूर्यनगर एज्युकेशन सोसायटी (रजि॰) द्वारा संचालित विद्या भारती स्कूल में आचार्य श्री महाश्रमण के प्रवास पर आयोजित होने वाली राष्ट्रीय शिक्षा संगोष्ठी के लिए उन्होंने शुभकामनाएं दी।
 सोसायटी के महासचिव श्री ललित गर्ग ने इस अवसर पर विद्या भारती स्कूल में आचार्य तुलसी जन्म शताब्दी वर्ष के संदर्भ में आयोजित होने वाली इस संगोष्ठी की जानकारी दी।
श्रीमती इरानी ने आचार्य श्री महाश्रमणजी के मानव कल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त कर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की। वार्तालाप के दौरान जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा-शाहदरा के अध्यक्ष श्री भानु प्रकाश बरडि़या ने आचार्य श्री महाश्रमण की पुस्तक ‘सुखी बनो’, अणुव्रत प्रतिनिधि श्री बाबूलाल दुगड़ ने अणुव्रत पाक्षिक का विशेषांक, विद्या भारती स्कूल की जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती सुशीला शर्मा ने गुलदास्ता भेंट कर श्रीमती इरानी का स्वागत किया

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