"शिक्षक और विद्यार्थी" विषयक अणुव्रत संगोष्ठी का तेरापंथी सभा, गंगाशहर आयोजन......
गंगाशहर की स्कूलों के लगभग 950 विद्यार्थी उपस्थित
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Shri Rajendra Sethia speaking to students during Anuvrat Seminar at Gangashahr |
जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा गंगाशहर द्वारा शिक्षक और विद्यार्थी विषयक अणुव्रत संगोष्ठी आयोजित की गई। अतिथि-वक्ताओं ने कहा कि अणुव्रत मानव मात्र के लिए आचरण प्रधान धर्म है। अणुव्रत पालन से लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है। छोटे छोटे संकल्पों से आचरण को परिष्कृत कर ही हम अपने लक्ष्य तक पहुंच सकेंगे। मुख्य वक्ता हाजी सरदार अली पडि़हार ने बालकों को लोभ से दूर रहने के लिए भी कहा। मुनि शांति कुमार ने गुरुदेव तुलसी के अणुव्रत पालन संबंधी वक्तव्य का संदर्भ देते हुए इससे जन जन को जोड़ने की बात की। मुनि पीयूष कुमार, साध्वी चंद्रकला, साध्वी मृदुल यशा, मुनि राज कुमार ने भी अणुव्रत नियमों के बारे में बताते हुए इनके पालन से जीवन सुखी बनाने की प्रेरणा दी। गीतिकाएं भी प्रस्तुत की गई। श्रावक राजेंद्र सेठिया, किशन बैद ने मुख्य वक्ता एवं आयोजन में पहुंची छह स्कूलों के 950 छात्रों के बारे में जानकारियां दी। शिक्षकों को हंसराज डागा एवं कानीराम डाकलिया ने साहित्य भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अणुव्रत गीत की करणी दान रांका ने प्रस्तुति दी।
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Sadhvi Chandrakala, Sadhvi Mrudulyasha and group guiding on Anuvrat to the students |
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Students at Gangashahar Terapanth Bhawan |
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Haji Sardar Ali Padihar guiding students at Anuvrat Seminar Gangashahar |
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Students at Gangashahar Terapanth Bhawan |
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Rajendra Sethiya,Kishan Baid, Hansraj Daga, Dharmendra Dakaliya and team members of Gangashahar Sabha |