जीवन विज्ञान दिवस


दिल्ली की विभीन्न स्कूलों के उपस्थित हजारों बच्चों को संबोधित करते हुए आचार्य श्री महाश्रमण ने कहा कि हम पद प्रतिष्ठा या पैसे के लिए दौड़ नहीं लगानी, इससे निर्माण नहीं होता, निर्माण होता है चरित्र से, जिसमें चरित्र होता है वह भारत का नेतृत्व करेगा - निर्माण करेगा - सेवा करेगा, विद्यार्थी देश का भविष्य है, विद्यार्थियों को देश की सेवा करनी है, अतः देश का हर बच्चा, हर नागरिक चरित्रवान बने। भारत वीर भूमि है। यहां वीरों के निर्माण में चरित्र का बहुत बड़ा योगदान है। जीवन विज्ञान चरित्र निर्माण की प्रयोगशाला है।
फोटो व रिपोर्ट : डा. कुसुम लूणिया, बबलू, मान्या कुण्डलिया, ऋषभ जैन, विनय जैन, विनीत जैन, दिव्या जैन
प्रस्तुति : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़