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नर सेवा ही सच्ची नारायण सेवा-लूंकड़

लाडनूं समाचार द्वारा कंबल वितरण समारोह आयोजित


लाडनूं, 17 दिसंबर (प्रतिनिधि)। नर सेवा ही सच्ची नारायण सेवा है। जन सेवा के कार्यों में सहभागिता के लिए हमें सदैव तत्पर रहना चाहिए। ये विचार जैन विश्व भारती के अध्यक्ष धरमीचंद लूंकड़ ने बुधवार को यहां रेगर बस्ती में लाडनूं समाचार द्वारा आयोजित कंबल वितरण समारोह में व्यक्त किए। समारोह की अध्यक्षता करते हुए लंूकड़ ने कहा कि सेवा एवं परमार्थ हमारी संस्कृति की मूल पहचान है। हमारे देश में एक-दूसरे का सहयोग करने के संस्कार हमें विरासत में मिलते हैं। 

समारोह के मुख्य अतिथि जैन विश्व भारती के ट्रस्टी रमेशचंद बोहरा ने कहा कि लोकसेवा के कार्य की पहल का जितना महत्व है, उतना ही महत्व सेवा में सहभागी बनने का है। लाडनूं समाचार के संचालक अरविंद नाहर ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी अपील पर अनेक लोगों ने तत्परता व उदारता का परिचय देते हुए जनहित के इस कार्य में अर्थ सहयोग देने की पहल की है। उन्होंने बताया कि अनेक लोगों ने इस उपक्रम में अपनी सहभागिता की भावना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य उदारमना लोगों के सहयोग का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। 

समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए आलोक खटेड़ ने कहा कि श्रेष्ठ कार्यों के संपादन में अर्थ का कभी अभाव नहीं रहता। ''सहयोग'' उपक्रम में लोगों ने जिस सहजता के साथ अपनी सहभागिता दर्ज कराई है, वह शुभ का सूचक है। साहित्यकार वीरेंद्र भाटी, जैन विश्व भारती निदेशक राजेंद्र खटेड़, नीतेश माथुर, पत्रकार जगदीश यायावर आदि ने विचार व्यक्त करते हुए कंबल वितरण को लोकसेवा का महत्वपूर्ण कार्य बताया। इस अवसर पर ओसवाल सभा के उपाध्यक्ष लक्ष्मीपत बैंगानी, शांतिलाल फुलवारिया, बाबूलाल खटेड़, राजेंद्र माथुर, राकेश बेगवानी, रमेशसिंह राठौड़, सुमित जांगीड़, दिलीप तुनगरिया, मांगीलाल, राजेश बोहरा आदि अनेक लोग उपस्थित थे। 

समारोह में अतिथियों ने अनेक जरुरतमंद लोगों को कंबल भेंट किए। वहीं कार्यकर्त्ताओं ने नगर के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले जरुरतमंद लोगों को कंबल उपहृत किए।