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अभातेयुप जेटीएन प्रतिनिधि सम्मेलन संवाद 2015 का हुआ सफल आयोजन




01 मार्च. चेन्नई. अभातेयुप द्वारा संचालित मीडिया उपक्रम जैन तेरापंथ न्यूज़ के प्रतिनिधियों का दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन “संवाद 2015” दिनांक 28 फरवरी एवं 1 मार्च को चेन्नई के ट्रिप्लिकेन स्थित तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ. अभातेयुप के तत्वावधान में एवं समणी चारित्रप्रज्ञाजी आदि समणीवृंद के पावन सान्निध्य में तेयुप चेन्नई द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में संघीय संस्थाओं के पदाधिकारी, मीडिया क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण गणमान्यो सहित देश विदेश से करीब 120 प्रतिनिधि शामिल हुए.


उद्घाटन सत्र: समणी चारित्रप्रज्ञाजी द्वारा नमस्कार महामंत्रोच्चारण के पश्चात् सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे अभातेयुप अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर ने सम्मेलन के विधिवत् उद्घाटन की घोषणा की एवं श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन करवाया. तेयुप चेन्नई के महेंद्र सिंघी आदि युवा साथियों ने विजय गीत का संगान किया.
सम्मेलन में उपस्थित संभागियों को संबोधित करते हुए समणी चारित्रप्रज्ञाजी ने फ़रमाया कि- संगठित होकर अनुशासन पूर्वक उद्देश्य प्राप्ति हेतु सम्यक् श्रम नियोजित किया जाए तो विकास के नये आयाम खुलते है. जैन तेरापंथ न्यूज़ का 5 वर्षों का यह सफर इसका उदाहरण है. संघीय संवादों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य इसके माध्यम से हो रहा है. संवाद एसा हो जो समाज को नयी रोशनी दे, आपस की दूरियों को कम करे, मतभेद एवं मनभेद को कम करे, अच्छे विचारो और अच्छे कार्यों को प्रोत्साहन दे. यदि अच्छी विचार संवाद के माध्यम से संक्रामक हो जाए तो समाज में नयी क्रांति लाइ जा सकती है. शब्द ऐसे पुद्गल है जो ब्रह्मांड के हर कोने में जाते है. पूज्यप्रवर के प्रवचनों एवं अवदानों को हमें जन-जन तक पहुंचाना है. उन्होंने जैन विश्व भारती संस्थान के स्थापना की रजत जयंती के बारे में भी जानकारी प्रदान की. तेयुप चेन्नई की कार्यशैली को उन्होंने अनुकरणीय बताया.

अध्यक्षीय वक्तव्य करते हुए अभातेयुप अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर ने समाचार सम्प्रेषण में अधिक जागरूकता एवं तठस्थता के साथ कार्य करने हेतु सभी प्रतिनिधियों का आह्वान किया. अभातेयुप मीडिया के कार्यकारी संपादक श्री महावीर सेमलानी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि- संचार क्रांति के इस युग में यदि संघीय संवाद समाज तक न पहुंचे तो यह अपने आप में विचारणीय प्रश्न है. संवाद सम्प्रेषण के नए माध्यम परम्परागत माध्यमों से कई अधिक तेज है एवं प्रभावी है. अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़ ने इन्हीं नए माध्यमों के प्रयोग में संवाद वाहक के रूप में अपनी भुमिका का न केवल निर्माण किया अपितु उसे बखूबी निभा भी रहा है. इस सफलता का कारण है- परमपूज्य गुरुदेव की अनहद कृपा, अभातेयुप जैसी संघीय संस्था के अंतर्गत इस उपक्रम का संचालन एवं संघ समर्पित आप सभी प्रतिनिधियों का अपार सहयोग. जैन विश्व भारती अध्यक्ष श्री धरमचंद लूंकड़, मुख्य न्यासी श्री प्यारेलाल पीतलिया आदि ने भी अपने विचार रखे. इससे पूर्व तेरापंथ ट्रस्ट ट्रिप्लिकेन अध्यक्ष श्री सुरेशचन्द्र बोहरा, तेरापंथ सभा चेन्नई उपाध्यक्ष श्री अमरचंद लूंकड़ ने स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किए. तेयुप चेन्नई अध्यक्ष श्री अलंकार आच्छा ने सभी आगंतुकों एवं प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए संघ प्रभावना को सर्वोपरि बताया. उन्होंने मुक्तक के माध्यम से संघ के प्रति सर्वात्मना समर्पित होकर कार्य करने की भावना व्यक्त की. समणीवृन्द एवं सभी अतिथियों को सम्मेलन का किट भेंट किया गया. अभातेयुप जैन संस्कार प्रभारी श्री धर्मेन्द्र डाकलिया ने JTN के थीम सोंग का संगान किया. तेयुप चेन्नई मंत्री श्री संजय भंसाली ने आभार ज्ञापन किया. सत्र का संचालन केन्द्रीय संयोजक श्री संजय वैदमुथा एवं स्थानीय संयोजक श्री भरत मरलेचा ने संयुक्त रूप से किया.

प्रथम प्रशिक्षण सत्र: सत्र का शुभारम्भ जेटीएन की महिला प्रतिनिधियों द्वारा मंगलाचरण से हुआ. अभातेयुप उपाध्यक्ष श्री बी.सी. भालावत ने मीडिया के साइड इफेक्ट्स से बचने संबंधी मार्गदर्शन दिया. तेरापंथ प्रोफेशनल फ़ोरम के अध्यक्ष श्री सलिल लोढ़ा ने जेटीएन के कार्य में कैसे प्रोफेशनलिज्म झलके इस बारे में जानकारी दी. अभातेयुप सहमंत्री श्री संजय जैन ने अपने विचार रखते हुए कहा कि संवाद एसा हो जो कार्यकताओं के उत्साह को बढ़ाएं. अभातेयुप कोषाध्यक्ष श्री विमल कटारिया ने नयी पीढी के निर्माण में भी मीडिया कैसे अपनी भूमिका निभा सकता है इसके बारे में अपने विचार रखे. सत्र संचालन अभातेयुप संस्कार समिति सदस्य श्री स्वरूपचंद दांती ने किया.


द्वितीय प्रशिक्षण सत्र: सत्र के आरम्भ में अभातेयुप परामर्शक श्री दीपचंद नाहर ने समाज में जेटीएन की महत्वता को लेकर अपने विचार प्रस्तुत किए.
सम्मेलन के मुख्य वक्ता राजस्थान सरकार के सुचना एवं जन संपर्क अधिकारी श्री आशीष खंडेलवाल ने आध्यात्मिक पत्रकारिता के ज्ञातव्य बिन्दुओं पर प्रकाश डाला. समाचार के उद्देश्यों की व्याख्या करते हुए उन्होंने बताया कि समाज को सुचना देना, शिक्षित करना एवं मनोरंजन आत्मरंजन करना समाचार के उद्देश्य होते है.उन्होंने अनेक ऑनलाइन टूल्स जो कि जैन तेरापंथ न्यूज़ के कार्य को सुगम बना सकते है उनके बारे में विशेष जानकारी पॉवरपॉइंट प्रेसेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत की. सत्र का संचालन तेयुप चेन्नई के कार्यसमिति सदस्य श्री दिनेश बाफना ने किया. 

तृतीय प्रशिक्षण सत्र: सत्र को आरम्भ करते हुए अभातेयुप MBDD सलाहकार एवं राष्ट्रीय अणुव्रत शिक्षक संसद के महामंत्री श्री राजेश सुराणा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि जेटीएन के सामने संभावनाओं का असीम आकाश खुला है. संघीय संवाद सम्प्रेषण के साथ साथ प्रतिनिधियों का व्यक्तित्व विकास, परस्पर साधर्मिक वात्सल्य में वृद्धि, कैरियर निर्माण, वित्तीय एवं राजनैतिक लाभ आदि अनेक ऐसे कार्य हो सकते है जिनमें जेटीएन नयी संभावनाएं तलाश सकता है. अन्तर्राष्ट्रीय मोटिवेटर श्री राकेश खटेड़ ने संवाद कैसा हो इस विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि- महात्मा गांधी जैसे कृश दुबली काया वाला इंसान कलम की ताकत से 33 कोटि भारतीयों को जगा सकता है, यह संवाद का कमाल है. जो नया है, न्यू है वह न्यूज़ है. समाज को नया विचार देना ये मीडिया का उद्देश्य हो. हम नए विचारों का सम्प्रेष्ण करते हुए सुचना भी दे, शिक्षित भी करे और तनोरंजन से मनोरंजन और आत्मरंजन तक सभी उद्देश्यों तक पहुंचे. उन्होंने प्रतिक्रया के संबंध में बताया कि हम react अधिक करते है और respond कम. जब हम प्रतिक्रया करते समय विवेक खो बैठते है तो हम react कर रहे होते है लेकिन जब विवेकपूर्ण प्रतिक्रया होती है तब हम respond कर रहे होते है. हमें विवेकपूर्ण प्रतिक्रया के सूत्र को संवाद सम्प्रेषण में अपनाना चाहिए.

चतुर्थ खुला सत्र: सम्मेलन के द्वितीय दिवस जैविभा के मुख्य न्यासी श्री प्यारेलाल पीतलिया के फ़ार्म हाउस के रमणीय वातावरण में आयोजित खुले सत्र में सभी प्रतिनिधियों ने संघ प्रभावना हेतु करणीय कार्य एवं उसके लिए समाज से अपेक्षा के संबंध में अपनी बाते रखी. प्रतिनिधियों द्वारा की गयी जिज्ञासाओं का समाधान अभातेयुप अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर द्वारा दिया गया. 
 

समापन सत्र: सभी संभागियों को तेयुप चेन्नई द्वारा स्मृति चिह्न भेंट कर पुरुस्कृत किया गया. अभातेयुप अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर,कार्यकारी मीडिया संपादक श्री महावीर सेमलानी, तेयुप चेन्नई अध्यक्ष श्री अलंकार आच्छा आदि ने अपने विचार रखे. केन्द्रीय संयोजक श्री संजय वैदमेहता ने अभातेयुप की ओर से आभार ज्ञापन किया. स्थानीय संयोजक श्री भरत मरलेचा ने तेयुप चेन्नई की ओर से आभार ज्ञापन किया. नूतन चिंतन नया विकास, युवकों में जागे विशवास के घोष के साथ द्विदिवसीय सम्मेलन संपन्न हुआ.



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