पक्षीतीर्थ. ११ अप्रैल. आज डॉ. साध्वी श्री पीयूषप्रभाजी के सानिध्य में तेरापंथ सभा द्वारा मुमुक्षु नमन भंसाली का मंगल भावना समारोह आयोजित किया. गया. श्रद्देय आचार्यश्री महाश्रमणजी के पावन कर-कमलों से मुमुक्षु नमन की दीक्षा २८ अप्रैल २०१५ को नेपाल की राजधानी काठमांडू में होने जा रही है जो कि विदेश की धरती पर सर्वप्रथम दीक्षा होगी. ज्ञातव्य है कि साध्वी पीयूषप्रभाजी के कोइम्बतुर चातुर्मास में भाई नमन को साध्वीश्री की प्रेरणा मिली और भाई नमन संयम पथ की ओर अग्रसर होने को उद्यत हुआ.
इस अवसर पर साध्वीश्री ने फ़रमाया कि- अनुस्त्रोत के मार्ग पर सभी चलते है, किन्तु कुछ बिरले होते है जो प्रतिस्त्रोत का मार्ग अपनाते है और भौतिक सुखों को छोड़ शाश्वत सुख की खोज हेतु प्रस्थित होते है. भाई नमन संयम मार्ग पर अपने कदम बढाने जा रहा है और इसकी इस यात्रा में हमे भी योग मिला है यह गुरुदेव का ही आशीर्वाद है. साध्वीश्री ने मुमुक्षु नमन के संयम जीवन के प्रति मंगलकामना की.
दीक्षार्थी नमन ने पूज्य आचार्यप्रवर, साध्वीवृंद एवं पारिवारिक जनों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की एवं उपस्थित जनमेदिनी को आध्यात्मिक संकल्प ग्रहण करने की प्रेरणा दी. मुमुक्षु नमन की माता श्रीमती हेमाजी एवं पिता श्री प्रवीणजी ने भी अपने पुत्र के प्रति मंगल भाव व्यक्त किए. मुख्य अतिथि के रूप में जैन विश्व भारती के उपद्ध्यक्ष श्री गौतम सेठिया व श्री इंदरचंद सुराणा के साथ मुमुक्षु के नाना श्री बजरंग कोठारी, भाई गौरव व् राहुल उपस्थित थे. सभाध्यक्ष ताराचंद बरलोटा ने स्वागत किया एवं श्री चम्पालाल दुगड़ ने मुमुक्षु परिचय प्रस्तुत किया. महिला मंडल ने गीतिका एवं परिसंवाद प्रस्तुत किया. आभार ज्ञापन मंत्री बाबुलाल खाटेड ने किया. कार्यक्रम में चेन्नई, कोइम्ब्त्तुर, तिरुवानाम्ल्ले, तिरुपुर, ताम्ब्रम, तिड़ीवनम, चेंगलपेठ, मैलेमेरे, क्रोमपेट आदि स्थानों से लोगो ने सहभागिता की.
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