Top Ads

महावीर जन्म कल्याणक दिवस के अवसर पर तेयुप चेन्नई द्वारा नशामुक्ति अभियान

चेन्नई महानगर में जैन महासंघ के तत्वावधान में सम्पूर्ण जैन समाज ने हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के पावन अवसर पर विशाल वरघोडा एवं प्रवचन कार्यक्रम ' आयोजित किया। चेन्नई में विराजित जैन धर्म के सभी सम्प्रदाय के साधु-साध्वियों के सान्निध्य में आयोजित इस विराट आयोजन में लगभग 25000 से अधिक लोगों ने अपनी सहभागिता दर्ज की।
इस अवसर पर तेरापंथ युवक परिषद् चेन्नई ने आचार्य महाश्रमण जी की अहिंसा यात्रा के प्रमुख बिंदु नशा-मुक्ति को आत्मसात करते हुए कार्यक्रम स्थल पर "नशा-मुक्ति" की स्टाल लगायी, जिसमें आगंतुक लोगों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताकर उन्हें नशा मुक्त रहने की प्रेरणा दी। सैंकड़ों व्यक्तियों ने तेयुप चेन्नई के इस अभियान से जुड़कर तेयुप द्वारा प्रकाशित नशा मुक्ति के फॉर्म भरे और स्वेच्छा से जीवन भर नशे से दूर रहने का संकल्प व्यक्त किया।
कार्यक्रम से पूर्व मिन्ट स्ट्रीट स्थित आराधना भवन से लेकर दादावाडी जैन मंदिर तक आयोजित 10 किलोमीटर विशाल वरघोड़े में चेन्नई के विभिन्न जैन संगठनों ने भगवान महावीर के जीवन विषयक और अन्य समाजोत्थान के विषयों पर विविध प्रकार की झांकियां प्रदर्शित की।
तेयुप चेन्नई ने भी किशोर मंडल के किशोरों को साथ में लेकर अपने इतिहास में पहली बार इस वरघोड़े में अपनी झांकी प्रदर्शित कर नव इतिहास के नए अध्याय का सृजन किया। चेन्नई परिषद् और किशोर मंडल ने प्रथम बार में ही "नशा-मुक्ति" के सन्दर्भ में अपनी झांकी को प्रदर्शित कर भगवान महावीर और आचार्य महाश्रमण के नशा मुक्ति के सन्देश को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया।
सम्पूर्ण रैली के दौरान वरघोड़े का पूरा यात्रा पथ "महावीर के महाश्रमण का सन्देश - व्यसन मुक्त हो सारा देश" के नारे से गुंजायमान रहा। सैंकड़ों व्यक्तियों ने इस झांकी का अवलोकन कर तेयुप और किशोर मंडल के इस अनुपम प्रयास को सराहा।
जैन महासंघ ने तेरापंथ युवक परिषद् चेन्नई के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए मोमेंटो, माला और शाल द्वारा सम्मान किया। 


प्रचंड गर्मी में भी सम्पूर्ण कार्यक्रम के दौरान तेयुप चेन्नई एवं किशोर मंडल के साथियों का विविध प्रकार की व्यवस्थाओं में अपूर्व योगदान रहा। झांकी और स्टाल की सभी व्यवस्थाओं में अध्यक्ष श्री अलंकार आच्छा, मंत्री श्री संजय भंसाली, श्री विकास सेठिया, श्री भरत मर्लेचा, श्री प्रवीण सुराणा, श्री मुकेश मुथा, श्री प्रवीण मालू, श्री जीतेन्द्र समदडीया, श्री प्रवीण पुनमिया, श्री कुशल बांठिया, श्री रवि पटावरी, श्री किस्तुरचंद मुथा, श्री हिमांशु डुन्गरवाल, श्री करण आच्छा, श्री गजेन्द्र गादिया,  श्री हितेश तातेड, श्री कुशल भंसाली आदि युवा साथियों एवं किशोरों का सराहनीय योगदान रहा।



Post a Comment

0 Comments