पूज्य गुरुदेव के आशीर्वाद से, पाठकों द्वारा मिले अपार स्नेह से
अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़ (JTN) आज मना रहा है ५वां स्थापना दिवस
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तेरापंथ धर्मसंघ के २५० साल के स्वर्णिम इतिहास में तेरापंथ के पूज्य आचार्यों ने देश एवं दुनिया को कई नए आयाम दिए ! चाहे वह अणुव्रत आन्दोलन हो, चाहे वह प्रेक्षाध्यान जीवन-विज्ञान हो, चाहे वह अहिंसा यात्रा द्वारा सद्भावना पूर्ण वातावरण बनाने का प्रयास हो ! प्राणवान तेरापंथ धर्मसंघ में गुरुवर के प्रति श्रद्धा, भक्ति, समर्पण अपने आप में एक उदाहरण है | समय की मांग के अनुसार तेरापंथ धर्मसंघ ने मानव जाति के लिए कुछ करने का प्रयास किया है और यह प्रयास निरंतर जारी है !
इस टेक्नोलॉजी के युग में जहां परस्पर सूचना सम्प्रेषण तेजी से होने लगा है| इसे देखते हुए मन में कुछ विचार उत्पन्न हुए की क्यों नहीं परमपूज्य गुरुदेव के प्रवचन, फोटोज एवं संघीय ख़बरों आदि को टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्रसारित किया जाये ? एक छोटे से विचार ने जिवंत रूप लिया और आज आपके सामने प्रस्तुत है एकमात्र ऐसा उदाहरण जो संघीय खबरों को टेक्नोलॉजी (सोशल मीडिया) के माध्यम से आज जन जन तक पहुचानें का कार्य बड़ी तत्परता एवं तन्मयता के साथ कर रहा है ! जी हाँ, हम बात कर रहे है अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़ की, जिसको देश विदेश में लोग JTN के नाम से जानते है ! आज जैन तेरापंथ न्यूज़ अपना ५वां स्थापना दिवस मना रहा है !
विगत पांच वर्षो में JTN तेरापंथ धर्मसंघ का सोशल मीडिया में विश्वस्त नेटवर्क बन चुका है ! JTN द्वारा तेरापंथ धर्मसंघ की हरेक गतिविधि को दुनिया के 6 देश, भारत के करीब 22 राज्य तक एवं लाखों पाठकों तक प्रेषित किया जा रहा है ! महज 5 साल के समय में JTN ने कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को सोशल मीडिया के माध्यम से सटीक एवं विश्वश्नीय रूप से पाठकों तक पहुचाया है एवं असंख्य पाठकों का लोकप्रिय न्यूज़ मीडियम बना है ! चाहे वह मर्यादा महोत्सव का विशेष कार्यक्रम हो, पूज्य प्रवर की अहिंसा यात्रा का शुभारम्भ हो, चातुर्मासिक प्रवेश हो या अन्य कोई भी संघीय कार्यक्रम ! JTN द्वारा समय समय पर इन्टरनेट रेडियो, e-paper, वेबसाइट जैसी अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी द्वारा समाचार सम्प्रेषित किए जाते है ! विदेश की धरा नेपाल में बिराजित पूज्य आचार्य प्रवर के नवप्रभात के प्रथम दर्शन के लिए लोगों में काफी उत्सुकता देखने मिलती है ! आज इस अवसर पर एक बात का विशेष जिक्र करना चाहूँगा की जब परम श्रद्धेय, जन जन के प्राण आचार्य श्री महाश्रमण जी नेपाल की राजधानी काठमांडू में बिराजित थे और भयंकर भूकंप से जब पूरा नेपाल कांप उठा तब पूज्य प्रवर एवं वहां बिराजित साधू साध्वी वृन्द तथा श्रावक समाज की खबर जानने के लिए आतुर सभी पाठकों ने JTN पर विश्वास करते हुए हमारे ऑफिसियल फेसबुक पेज पर करीब १० लाख से अधिक बार विजिट कर खबर जानने की कोशिस की ! यह समग्र JTN टीम के लिए बहोत बड़ी उपलब्धि है !
में इस अवसर पर कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूँगा परम पूज्य, शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमण की प्रति, संपूर्ण साधू साध्वी वृन्द के प्रति, अभातेयुप के नेतृत्व के प्रति एवं सभी महानुभावों के प्रति !
आज हम आपसे उम्मीद करते हुए विश्वास दिलाते है की हम JTNके माध्यम से पाठकों तक सभी संघीय खबर निरंतर रूप से पहूँचाते रहेंगे और आप सबका प्यार हमें यूँही निरन्तर मिलता रहेगा यही मंगलकामना !
महावीर सेमलानी, कार्यकारी संपादक - अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़ दिनांक 31-10-2015
1 Comments
Om arham
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