Top Ads

तेरापंथ की बुनियाद - मर्यादा की खाद - साध्वीश्री सोमलता

भाईंदर( मुंबई)
आध्यात्म से सरोबार विशाल जन समुदाय की उपस्थिति मे साध्वी सोमलता जी ने चातुर्मासिक स्थापना की निर्धारित रस्म अदा की ।मंगल मंत्र , मंगल  वातावरण और मंगल भावो से सभा भवन का कण - कण पुलकित और पवित्र लग रहा था ।
हाजरी का वाचन करते हुए साध्वी श्री जी ने प्रसंगवश श्रावको को भी संघीय  संस्कारो मे अवगाहन कराया । संघ महल के चार स्तंभो मे दो तो श्रावक , श्राविकाओ के है । चारो स्तंभो की मजबूती मे सतत सहयोगी बने ।
भिक्षु भक्ति मे अनेको भाई बहिनो ने अपने श्रध्दा सुमन अर्पित किए । इस कड़ी मे अपने भावो की अभिव्यक्ती दी सुंदरलाल जी मेहता , मीठालाल जी बरलोय , उगम आच्छा, अशोक सोलंकी,राजीव गिया  , रनीशा हिंगड़ ,विजयसिंह पुगलिया , प्रदीप कोठारी,  कुलदीप लोढा , मीना जैन, मुद्रा खाब्या आदि ने । मीरा रोड महिला मंडल व ज्ञानशाला द्वारा सामुहिक गीतिका का संगान किया गया । कार्यक्रम का संचालन तेरापंथ सभा के मंत्री कनक सिंघवी ने किया ।
संवाद साभार
महावीर कोठारी

Post a Comment

1 Comments

Leave your valuable comments about this here :