जनवरी 2016 में मिशन सुरक्षित राहें के आयोजन की भव्य सफलता को जारी रखने के लिए और अगले स्तर तक ले जाने के लिए हम मिशन सुरक्षित राहे-2 लाए हैं। 11जनवरी - 17जनवरी को भारत भर में यातायात सुरक्षा/जागरूकता सप्ताह के रूप मे घोषित किया है।
यह हमारे स्थानीय यातायात अधिकारियो के साथ संपर्क बनाने का एक अच्छा अवसर है और इस स्थिति का लाभ उठाने के लिए हाथ बढाएं और हमारे TYP/ किशोर मंडल की उपस्थिति को हमारे स्थानीय लोगो के बीच महसूस करवाएं।
मिशन सुरक्षित राहे-2 के पीछे़ का विचार यह है कि भारत भर से अधिकतम किशोर एक साथ आगे आएं, जुड़ें, और मिशन के द्वारा एक जन जागरूकता स्वयं एवम दूसरों में संपोषित करें।
निम्न तरीकों से हम हमारे समाज मे एक स्थायी उपस्थिति दर्ज कर सकते है
1॰ तेयूप/तेकिम लोगो के साथ रेडियम स्टिकर विभिन्न वाहनो/मोटर साइकिल/कारों पर लगाए जा सकते हैं। उसी स्टीकर को हेलमेट पर भी चिपकाया जा सकता है। स्टिकर i-support या सड़क सुरक्षा जागरूकता का हो सकता है।
2. जागरूकता (awareness) शहर के विभिन्न भागों, मुख्य चौराहों, व्यस्त मार्केट में सडक सुरक्षा बैनरों और पोस्टर लगा कर भी लोगों तक पहुंचाई जा सकती है।
3. नुक्कड अभिनय - सार्वजनिक स्थान, प्रमुख यातायात सिग्नल्स्/जंक्शन्स् पर।
4. ऑटो ड्राईवर्स को इन्शुरेंस पोलिसी दिलवाई जा सकती हैं। उसके ऑटो पर गुरुदेव की फोटो, सड़क सुरक्षा नियम, तेयूप/तेकिम लोगो मय पोस्टर/बैनर लगाया जा सकता है जिससे वह स्थायी रूप से रहेगा एवं पूरे शहर भर में हमारे संदेश को पहुंचाएगा।
यह पॉलिसी उन्हे ट्रेफिक कमिश्नर या दूसरे उच्च अधिकारियों द्वारा भी दिलवाई जा सकती है जिसमें वे एक कार्यक्रम के माध्यम से सड़क सुरक्षा जागरूकता आम जन में दे पाएँ।
4. प्रमुख यातायात सिग्नल्स्/जंक्शन्स् पर सही नियम समझा कर, लोगों को सड़क सुरक्षा जागरूकता समझा कर, एक संकल्प पत्र भी भरवाया जा सकता है।
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Om Arham
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