अणुव्रत समिति कोलकाता के तत्वाधान में ६८वां अणुव्रत स्थापना दिवस कार्यक्रम रविवार २६ फरवरी को साध्वी श्री गुप्तिप्रभा जी के सान्निध्य में साउथ कोलकाता सभा भवन में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण अणुव्रत गीत "नैतिकता की सुरसरिता..." से हुआ। अणुव्रत समिति कोलकाता के कर्मठ अध्यक्ष श्री महेंद्र पारख ने अपने स्वागत वक्तव्य में विभिन्न सभा संस्थाओं के पदाधिकारियों तथा श्रावक श्राविकाओं का स्वागत करते हुए साध्वी श्री के प्रति अनंत आभार व्यक्त करते हुए कहा की आपने रविवारीय प्रवचन में हमें कार्यक्रम करने की अनुमति प्रदान किया ।
अणुव्रत समिति के मार्गदर्शक श्री भवरलाल बैद, अणुव्रत महासमिति के उपाध्यक्ष श्री प्रताप दुगड़ ने अपने विचार व्यक्त किया।
समणी मलय प्रज्ञा जी व समणी सन्मति प्रज्ञा जी ने सारगर्भित वक्तव्य द्वारा अणुव्रत के महत्व व उपयोगिता के बारे मे बताया।
अणुव्रत समिति के सक्रिय मंत्री श्री बसंत सुराणा ने अपने वक्तव्य में सामाजिक कुरूढ़ियों पर अपने विचार रखें।
साउथ हावड़ा कन्या मंडल की कन्याओं ने मोनोएक्ट के द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द के ऊपर प्रेरणाप्रद प्रस्तुति दी। यह मूक नाटिका साध्वी श्री मौलिकयशा जी के निर्देशन में हुआ। इस नाटिका का सीधा प्रसारण अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़ के फेसबुक पेज के माध्यम से किया गया। इस नाटिका को सभी ने बहुत सराहा।
साध्वी श्री गुप्तिप्रभा जी ने अपने प्रेरणादायी प्रवचन में अणुव्रत के इतिहास के बारे में बताते हुए आज के परिपेक्ष में अणुव्रत के महत्व के बारे प्रकाश डालते हुए श्रावकों को इसके व्यापक प्रचार प्रसार में सहयोग करने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम में कोलकाता सभा अध्यक्ष श्री तेजकरण बोथरा, कोलकाता सभा के मंत्री श्री बुधमल लुनिया , जैन कार्यवाहिनी के समन्यवक श्री महेंद्र दुधोड़िया, उत्तर हावड़ा सभा अध्यक्ष श्री जतनलाल पारख, अणुव्रत समिति की मार्गदर्शक श्रीमती प्रतिभा कोठारी, जैन कार्यवाहिनी के संयोजक श्री सुशील चंडालिया, तेयुप कोलकाता के अध्यक्ष श्री पवन सुराणा, अणुव्रत समिति के श्री कांतिलाल सुराणा, श्रीमती सुनीता सेठिया, श्री जुगराज डागा,श्री झब्बर दुगड़, श्री महेंद्र दुगड़, श्री पंकज दुधोड़िया सहित अनेक लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा कार्यक्रम को सफल बनाया।कार्यक्रम के अंत में आभार ज्ञापन अणुव्रत समिति के उपाध्यक्ष श्री पंकज राय सेठिया ने किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रखर वक्ता श्रीमती शांता पुगलिया ने किया।
0 Comments
Leave your valuable comments about this here :