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उपायों से करें अपायों का नाश : आचार्यश्री महाश्रमण

आचार्यश्री महाश्रमणजी 

          22 फरवरी 2017, बिशनपुर (JTN) : त्रिसूत्रीय अभियान को ले अहिंसा यात्रा के प्रणेता आचार्य श्री महाश्रमण जी आज प्रातः बहादुरगंज से लगभग 8.5 की.मी. का विहार कर बिशनपुर ग्राम में पधारे। अपने मुख्य प्रवचन कार्यक्रम में विराट जन्मेदनी को संबोधित करते हुए पूज्यवर ने फ़रमाया की शास्त्रकार में "चार कषाय(दोष) बताएं गए है व इन दोषों को दूर करने के चार उपाय बनाएं गए है। हमारे जीवन में चार दोष है "पहला है-क्रोध, दूसरा है-अहंकार, तीसरा है-माया(छल-कपट) और चौथा है-लोभ।इन चारों उपायों (दोषो) को पूर्णतया दूर करना कठिन हैं किन्तु इनको कमज़ोर बनाएं।
          पूज्यवर ने इन चार उपायों को दूर करने के उपायों को बताते हुए कहा कि गुस्से को मारने के लिए उपशम की साधना करो, क्षमा की साधना करो।संकल्प करो की गुस्सा कम हो रहा है। गुस्सा करना किसी भी स्थिती में बढ़िया नही होता है। गुस्सा नुकसानदायक होता है। 
          जैसे जीवन में कंही कोमलता काम करती है वैसे ही कंही-कंही कठोरता भी काम करती है। हर जगह लचीलापन अच्छा नहीं होता वैसे ही हर जगह कठोरता भी शायद काम की नही होती। मनुष्य को चाहिए की कड़ी बात मौके पे भले ही कह दे पर गुस्सा नहीं आना चाहिए। शांति से, मैत्री से भले ही कड़ी बात कही जा सकती है पर आवेश करना अपने आप में हार है। गुस्सा कम करने के लिए आदमी दीर्घश्वास का प्रयोग करे और "उवसनेण हन कोहम्" मन्त्र का प्रयोग करे। हम क्षमा से गुस्से को जीते और विनय से अहंकार को ऋजुता से माया को क्षीण करने का प्रयास करे, औऱ संतोष से लोभ को क्षीण करने का प्रयास करे।
          पूज्य- प्रवर के प्रवचन से पूर्व साध्वी प्रमुखा श्री कनक प्रभाजी ने अपने प्रवचन में जनता से कहा कि आज बिशनपुर में नया रंग खिल रहा है। वैसे तो हर दिन सूरज उगता है लोग अपनी दिनचर्या शुरू करते है। अपने दैनिक कार्यों मे व्यस्त होते है।  पूरा दिन बितता है औऱ रात आ जाती है।जीवन का क्रम चलते रहता है लेकिन कभी -कभी कुछ दिन ऐसे आते है, लोगों में विशेष उल्लास होता है आनन्द होता है। आज हम देख रहे थे जब बिशनपुर की औऱ हम बढ रहे थे तो लोग कई किलोमीटर दूर तक सामने जा रहे थे किसके सामने ? परम पुज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी के सामने उनकी अगवानी करने। साध्वी प्रमुखा श्री जी ने आगे कहा कि सन्तो का आगमन गाँव का सौभाग्य होता है। अन्यथा ऐसे त्यागी सन्तो का सानिध्य मिलना दुर्लभ होता है।
          इस अवसर पर उपस्थित किशनगंज के सांसद मौलाना असरुल हक साहब ने पुज्य आचार्य श्री का स्वागत करते हुए कहा कि आज आप हमारे यहां आए है भगवान महावीर की धरती बिहार के इस बिशनपुर वस्ति में आपका दिल की गहराई से अभिन्न्दन करते है। यह हम सबके लिए खुशी की बात है कि हमारे बीच में आप आएं है। इस अवसर पर मास्टर मुजाहीद आलम साहब, विधायक मोचा धानम (स्थानीय) पूर्व मुखिया पिन्टु चौधरी, मुखिया मुनाजीर आलम ने अपने विचार रखे व पुज्य प्रवर का स्वागत किया। अपनी पैतृक भूमि कि औऱ से समणी जंयत प्रभाजी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। तेयुप के सदस्यों ने गितिका की प्रस्तुति दी। तेरापंथ महिला मण्डल ने स्वागत गीत गाया, एवं  प्रीया शिक्षा निकेतन की छात्राओं ने स्वागत गीत की सुन्दर प्रस्तुति दी। पंकज जैन ने वक्तव्य व अशोक जैन ने स्वागत अभिनन्दन किया।










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