गदग 30•09•17 शुक्रवार रात्रिकालीन समय गदग तेरापंथ भवन में ज्ञानशाला परिवार की ओर से रजत जयंती वर्ष और वार्षिकोत्सव समारोह अत्यन्त ही उल्लासमय वातावरण के साथ मनाया गया।
गदग ज्ञानशाला के ज्ञानार्थीयों द्वारा प्रस्तुत मंगलाचरण के रूप में अर्हम अर्हम की वन्दना फलै नामक मधुर गीत के संगान से शुरू हुए कार्यक्रम में प्रशिक्षिका श्रीमती सारिकादेवी संकलेचा ने ज्ञानशाला के केन्द्रीय प्रकोष्ठ के तत्वावधान में पूरे राष्ट्रीय स्तर पर मनाये गये रजत जयंती समारोह बाबत महत्वपूर्ण जानकारी युक्त विचार रखे ।
कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित तेरापंथी महासभा के केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश कोठारी ने ज्ञानशाला की उपयोगिता पर सारगर्भित विचार रख कर कहा कि सभी अभिभावक अपने अपने बच्चों को संस्कारो की टंकशाल ज्ञानशाला आयाम में अवश्य भेजे ताकि बच्चों को प्रारम्भ से जीवन विकास की नैतिक शिक्षा के टिप्स सिखने को मिल सके।
कार्यक्रम में ज्ञानशाला के छोटे छोटे बच्चों ने सपनों को सच करने गुरूदेव हम आते है ज्ञानशाला और ज्ञानशाला मे आकर हम बन पायेंगे आज्ञाकारी तथा बच्चों ज्ञानशाला पर थोड़ा विश्वास करों आदि प्रेरणादायी भावात्मक गीतों के ऊपर विभिन्न संदेश प्रदान करने वाली शैली में रोचक एवं मनभावन परिसंवाद प्रस्तुत किये तथा जुंआ शराब धुम्रपान बीड़ी सिगरेट गाली गलौज आदि जीवन विकास के नकारात्मक विषयों की रोकथाम हेतु डोन्ट यूज टू मी नामक परिसंवाद की प्रस्तुति से उपस्थित श्रृद्धालु विशेष आकर्षित हुए और सभी ने बच्चों की शानदार प्रस्तुति के लिए सराहना की।
तेरापंथ सभा उपाध्यक्ष कान्तिलाल भन्साली, तेयुप अध्यक्ष गौतम जीरावला, ज्ञानशाला संचालन समिति सदस्य सुरेश कोठारी, जितेन्द्र जीरावला, देवराज भन्साली, तेमम अध्यक्षा संतोष भन्साली व मन्त्री शोभा संकलेचा आदि समाज के प्रमुख सदस्यों की प्रभावी उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में ज्ञानशाला प्रशिक्षिका श्रीमती विमला कोठारी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए गदग ज्ञानशाला की सम्पूर्ण रिपोर्ट प्रस्तुत की और विभिन्न टिप्स के द्वारा सभी बच्चों को ज्ञानशाला मे आने का आह्वान किया।
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Om arham
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