नशा और गुस्सा जीवन को बर्बाद करते है: साध्वी शुभप्रभाजी
भिवानी, 30 सितम्बर। नशा और गुस्सा जीवन को बर्बादी के रास्ते पर ले जाते है। यह उद्गार साध्वी श्री शुभप्रभा जी ने अणुव्रत समिति द्वारा जिला कारागार में आयोजित नशामुक्ति दिवस के अवसर पर कैदियों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
साध्वी जी ने कहा कि नशा घर परिवार में अशांति पैदा करता है। नशे और अपराध में चोली दामन का साथ है। आदमी दुनिया का सर्वोत्तम प्राणी है। इंसानियत और हैवानियत दोनों इंसान के अन्दर होते है। हमें नशे और गुस्से पर नियंत्रण का अभ्यास करना चाहिए। साध्वी कमलयशा एवं अतुलयशा ने नशामुक्ति पर गीतिका प्रस्तुत की।
जेल उपाधीक्षक अमित अत्री ने साध्वी वृंद एवं अणुव्रत कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। सुरेन्द्र जैन एडवोकेट ने बंदियों से नशे समेत किसी भी एक बुराई को छोड़ने का संकल्प करवाया। अणुव्रत समिति अध्यक्ष रमेश बंसल ने बंदियों को विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन बुराई पर अच्छाई की विजय का है और हमें भी अपने भीतर रावणरूपी बुराईयों का दहन करना चाहिए। उन्होंने अणुव्रत के नियमों की व्याख्या की। साध्वीश्री ने कारागार की लाईब्रेरी एवं भोजनालय की व्यवस्थाएं देखी और बंदियों से उनके अनुभव सुनें। कारागार पुस्तकालय में कुछ अणुव्रत साहित्य भेंट किया गया।
अणुव्रत समिति द्वारा श्री होशियार सिंह ठेकेदार के सौजन्य से बंदियों को फल वितरण भी किया गया। जेल उपाधिक्षक अमित अत्री ने आभार ज्ञापन में कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बंदियों को सही मार्गदर्शन मिलता है। अनेक महिला कैदियों ने साध्वीश्री के चरण छूकर आशीर्वाद लिया और भविष्य में संयम को ग्रहण करने की बात कही।
इस अवसर पर बाबा जगन्नाथ, ब्रजेश आचार्य, श्यामसुन्दर गौतम, विकास जैन, विष्णु केडिया, लक्ष्मण अग्रवाल, मुरारीलाल गोठवाल, गौरव जैन, सुनीता नाहटा, जेल उपाधीक्षक रामनिवास सहित एवं चन्दन सिहं सहित अनेक अणुव्रत कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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Om arham
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