30 सितम्बर 2017-दिल्ली-कृष्णानगर तेरापंथ भवन, 'शासनश्री' मुनिश्री विजयकुमार जी के सान्निध्य में अणुव्रत समिति दिल्ली व गाँधीनगर सभा के संयुक्त तत्वाधान में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के नशामुक्ति दिवस का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर 'शासनश्री' ने फरमाया कि नशा एक दलदल के सामान है, उसमें फसने के बाद निकलना मुश्किल हो जाता है, स्थिति नियंत्रण से बाहर होने के बाद व्यक्ति अपने आपको संभाल नही पाता और वो अपनी ज़िंदगी बर्बाद कर लेता है। आज कल के बच्चे व्यसनों के प्रति आकृष्ट दिखाए देते है, यह अच्छी बात नही है अगर माता-पिता सजग रहे तो उनके शुभ भविष्य का निर्माण हो सकता है। जीवन शैली सुधारने की प्रेरणा देते हुए 'शासनश्री' ने कहा नशे की आदत छूट जाए तो व्यक्ति जिस किसी क्षेत्र में जाए सफल हो सकता है। अपने जीवन को धन्य बना सकता है। अणुव्रत एक ऐसा महावृक्ष है, इसके फल सभी वर्गों के लिए उपयोगी है। चाहे वो विद्यार्थी हो, शिक्षक हो, व्यापारी हो, विधायक हो, डॉक्टर हो या अन्य किसी क्षेत्र से जुड़ा हुआ हो, लाभाविन्त हो जाता है। 'नशा नाश का द्वार है, सद्गुरु के उद्गार है' सुंदर गीतिका के माध्यम से मुनिश्री जी ने सभी को नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी।
इसी क्रम में मुख्य वक्ता अणुव्रत समिति दिल्ली के अध्यक्ष श्री पी.सी. जैन ने कहा-सरकारी स्कूलों से यह नशामुक्ति का कार्यक्रम शुरू किया जाए तो यह अभियान कारगर सिद्ध हो सकता है। अणुव्रत समिति दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री शांतिलाल पटावरी ने अणुव्रत समिति दिल्ली की गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान की, दिल्ली सभाध्यक्ष श्री गोविन्दराम बाफना, गांधीनगर सभाध्यक्ष श्री सुपारसमल दुगड़, अणुव्रत समिति दिल्ली के प्रचार मंत्री श्री धनपत नाहटा ने 'अणुव्रत गीत' का संगान किया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीमति प्रभा सुराणा की गीतिका से हुआ। आभार गाँधी नगर सभा मंत्री श्री महेंद्र श्यामसुखा ने, कार्यक्रम का कुशल संचालन अणुव्रत समिति दिल्ली की मंत्री डॉ. कुसुम लुणिया ने किया। मुनिश्री जी को अणुव्रत विशेषांक भेंट किये गए। कार्यक्रम में विकास मंच के महामंत्री श्री अनिल पटवा, दिल्ली सभा मंत्री श्री अशोक बैद, उपासक विमल गुनेचा, प्रेक्षावाहिनी संचालिका श्रीमति राज गुनेचा, शाहदरा सभा सहमंत्री श्री महेंद्र चौरड़िया, ओसवाल यूथक्लब के अध्यक्ष श्री विनय लिंगा भी उपस्थित रहे।
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