राजसमंद : 11 नवम्बर, भिक्षु निलयम में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा निर्देशित " एंटर इन टू न्यू एरा " कार्यशाला को संबोधित करते हुए आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि श्री सुरेश कुमार जी "हरनावां" नौनत्व , षडत्रव्य की पहचान के साथ श्रावक जीवन में "बारह व्रतों " की भूमिका विषय पर अपने उद्बोधन में कहा : जीवन जहा से शुरू हुआ वही से मृत्यु की कहानी लिख दी जाती है। हम जैनी है - जैनत्व अधूरा होता है जब तक हम नौ तत्वों और छह द्रव्यों की जानकारी नहीं कर लेते। ज्ञान होगा तो संवेदना होगी। संवेदना शून्य मन अहिंसा की साधना को सिद्ध नहीं कर सकता। महिला समाज तत्वज्ञान के क्षेत्र में अपने मन में आकर्षण पैदा करें।
मुनि श्री सम्बोध कुमार जी ने " द् एरा ऑफ एन्थुसिअस्म " विषय पर प्रशिक्षण देते हुए कहा : लाइफ है तो प्रॉबलम्स है , समस्याओं को जीतने का सिर्फ एक रास्ता है - उत्साह। याद रहे की जिनकी बात में कुछ बात हो उन्ही की बात होती है। उसी पेड़ पर ज्यादा पत्थर फेंके जाते है जिनपर मीठे फल लगे हो। धुटिंग के डर से आगे आशा को जिये और कामयाबी को अपने चरणों में महसूस करें। मुनि श्री शांतिप्रिय जी ने कहा : आचार्य श्री तुलसी महान सपनो के सौदागर थे , महिला मंडल गुरुदेव के सपनो को साकार कर रही है।
समण सिद्धप्रज्ञ जी ने " नया युग संवर्धन " का विषय पर बौद्धिक भावनात्मक , शारीरिक , आध्यात्मिक क्षमता को विकसित करने का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया। आज हर तरफ हर पहलू में विकास हो रहा है , मगर विकास में संतुलन बिगड़ने से जीवन समस्याओ के दर पर आकर खड़ा हो गया है। महिलाएं दुसरो के गुणों के प्रति प्रमोद भावना रखें और जीवन का सर्वोच्च आनंद प्राप्त करे।
मुख्य वक्ता एडवोकेट श्रीमती रेखा सोनी ने व्यवहारिक और व्यवसायिक शिष्टाचार विषय पर अपने प्रशिक्षण के दौरान कहा : पांच साल में कोई भी डिग्री हासिल कर सकते है , मगर बेहतरीन इंसान बनाने में पूरी जिंदगी निकल जाती है। बिज़नेस एथिक्स में सफलता की पहली शर्त है - ईमानदारी , सकारात्मक रवैया और वादे व्यवसाय टीम वर्क है , अकेले बिज़नेस को सफलता के मुकाम नहीं दिया जा सकता। कार्यशाला का शुभारंभ श्रीमती जिनल-अभिरुचि जैन के प्रेरणा गीत से हुआ। इस मौके पर क्रेकर फ्री दिवाली के आयोजन पर नगर परिषद् द्वारा महिला मंडल को प्रदान किये प्रशस्ति पत्र का वांचन अ.भा.ते.म.मं कार्यसमिति सदस्य डॉ नीना कावड़िया ने किया। आभार ज्ञापन उपाध्यक्ष श्रीमती करुणा मेहता ने किया।
कार्यक्रम में श्रीमती हंसा मेहता , शीला मादरेचा , अनामिका सहलोत , कल्पना बड़ोला , सुप्पी देवी मेहता , जिनल डूंगरवाल , विमला कोठारी , इंद्रा मादरेचा के नव्म्बर माह में जन्म दिवस के उपलक्ष में जैन संस्कार विधि से जन्म दिवस मनाया गया।मंच संचालन मंत्री नीता कावड़िया ने किया।
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