गुरुदेव आचार्य श्री महाश्रमणजी के कटक आगमन पर 20 जनवरी को रैली में बच्चो की 9 तत्वों की झांकी निकाली गई। शाम को सामायिक के बाद एक शनिवार सामायिक की अनोखी भेंट दी गई जिसे देखकर सभी साधु संत एवं वहां उपस्तिथ सभी लोग बहुत प्रभावित हुए। 21 को गुरुदेव के अभिनंदन में महाश्रमण वंदना पर 80 बच्चो द्वारा डांस परफॉर्मेंस,उसके बाद गुरुदेव के दीक्षा के 44 वर्ष पर बच्चो ने 44 त्याग (हर त्याग 108 दिनों के लिए) की एक पेंटिंग भेंट की। हर बच्चे के त्याग रिकॉर्ड के लिए एक कैलेंडर बनाया गया जिसमें पूरे साल त्याग लिखेंगे।
प्रमुखाश्रीजी ने पेपर देखकर फरमाया "इन बहनो के लिए ये ज्ञानशाला एक संजीवनी है।"
ज्ञानशाला की एक प्रदर्शनी लगाई गई,जिसमे प्रशिक्षिकाओं द्वारा बनाई विभिन्न कलात्मक चीजें लगाई गई। जिसमे सबसे बड़ा आकर्षण रहा हस्तनिर्मित ज्ञानशाला टाइम्स न्यूज़पेपर प्रदर्शनी के बारे में लोगो को समझाने का पूरा कार्य ज्ञानशाला के छोटे छोटे बच्चो ने संभाला, जिससे आने वाले सभी लोग बहुत प्रभावित हुए।
प्रदर्शनी में महावीर समवसरण के रूप में ज्ञानशाला प्रारूप को दर्शाया गया। मर्यादा महोत्सव के तीन दिनों में प्रदर्शनी में लोगो की भरमार भीड़ रही। सभी आए लोगों ने डायरी में अपने भाव लिखे। 26 जनवरी को शाम के प्रतिक्रमण के बाद बच्चो द्वारा छः काय पर एक प्रस्तुति दी गई जिसे गुरुदेव ने पूरा देखकर कहा *कटक ज्ञानशाला अच्छा कार्य कर रही है। मुख्यप्रशिक्षिका *श्रीमती किरण देवी बैंगानी एवं सभी प्रशिक्षिकाओं का बहुत योगदान रहा । प्रशिक्षिका कल्पना जैन ने अपनी कल्पना एवं कला से इस प्रदर्शनी में चार चांद लगा दिए।
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