Top Ads

जिसकी आज जरूरत है उसने क्यों पहले अवतार लिया

Mahavir Jyanti Poster, on the Occasion of Birth Anniversary of Lord Mahavira, the Whole World Celebrated the Day as Mahavir Janm Klyanak Day.
समता की साधना के शिखर पुरुष, अहिंसा, अपरिग्रह एवं अनेकांत के अग्रदूत तीर्थंकर प्रभु महावीर का आज 2617वां जन्म कल्याणक दिवस मना रहे है । आज का दिन समूचे विश्व के लिए एक नई राह एवं दिशा देने वाला है ! ढाई दशक से अधिक वर्ष पूर्व चरम तीर्थपति प्रभु महावीर ने अहिंसा, अनेकांत एवं अपरिग्रह का जो सन्देश दिया वो विश्व के हर प्राणीमात्र के लिए कल्याणकारी है । 

"अहिंसा परमो धर्म:" अहिंसा ही परम धर्म है कि उक्ति को साक्षात्कार करने वाले महावीर ने अपनी क्षमा भावना से चण्डकौशिक जैसे विषधर को भी मुक्ति का मार्ग दिखा दिया । ग्वाले ने कान में किले ठोक दिए पर फिर भी समताभाव से उसे भी सत्मार्ग दिखाया । 

आज जहां हर छोटी-छोटी बातों पर असहिष्णुता भड़क उठती है, लड़ाई-झगड़े, दंगे-फसाद होते रहते है..आज वक्त की मांग है कि कोई महावीर इस धरती पर जन्म ले एवं समूचे विश्व को शांति एवं अहिंसा का सत्मार्ग दिखाएं । 

वैसे तो भारत देश में अनेकों संत-महात्मा शांति का संदेश दे रहे है,पर तीर्थंकर प्रभु महावीर के प्रतिनिधि आचार्य श्री महाश्रमण जी प्रभु महावीर के संदेशों को जन-जन तक पहचानें कटिबद्ध है । प्रभु महावीर द्वारा दिखाई गई अहिंसा की राह पर आज देश एवं विश्व को अपनी अहिंसा यात्रा के माध्यम से सदभावना, नैतिकता एवं नशा मुक्ति की प्रेरणा देकर नई दिशा प्रदान कर रहे है आचार्य श्री महाश्रमण जी ।

जन-जन में परस्पर सौहार्दपूर्ण वातावरण बनें, साम्प्रदायिक सौहार्द का निर्माण हो एवं जन-जन का कल्याण हो इसी दिशा में नव इतिहास रच रहे है पाँव-पाँव चलने वाले इस युग के महावीर... 

30000 से अधिक किमी की पैदल यात्रा, विश्व के तीन देश एवं भारत के कई राज्यों की भूमि को पावन कर जन कल्याण रुपी अहिंसा यात्रा प्रभु महावीर के संदेशों को जन जन तक पहुचती हुई गतिमान है देश के दक्षिणांचल क़स्बे की ओर...!

आओ, आज इस अवसर पर हम सब संकल्पित हो कर, सत्मार्ग पर चल कर देश एवं विश्व में शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बना कर प्रभु महावीर के चरणों मे श्रद्धामय कुसुम अर्पित करें !

Mahavir Jyanti Celebreted in the Pious Presense of Aacharya Shri Mahashraman Ji 

Mahavir Jyanti Celebreted in the Pious Presense of Aacharya Shri Mahashraman Ji 




Post a Comment

2 Comments

  1. अहिंसा के अग्रदूत, जन मानस को नैतिकता का पाठ पढाने वाले भगवान महावीर के जन्म कल्याणक दिवस पर जनमानस को समता के आराधक वीर प्रभु के अवदानों से अवगत कराने व वीतराग प्रभु महावीर के ही प्रतिनिधि,
    , परम आचार, जन मानस में सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति का प्रचार करने वाले महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के प्रमुख उद्देश्य को जन मानस तक पहुचानें हेतु अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज की यह सुंदर, संक्षिप्त व सारपूर्ण प्रसुतुति निश्चित रूप से फलदायी होगी।
    ओम् अर्हम् संपूर्ण टीम के लिये

    ReplyDelete
  2. नोरतन ओसवालMarch 31, 2018 at 5:20 AM

    ॐ अर्हम

    ReplyDelete

Leave your valuable comments about this here :