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अभातेयुप के तत्वावधान में तेयुप सूरत द्वारा एक ही दिन में 2 आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा केंद्रों का हुआ लोकार्पण

तेरापंथ धर्म संघ के दशमाधिशास्ता प्रज्ञा पुरुष आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद द्वारा देश भर में विहार रत साधु साध्वियों के विहार मार्ग में उनके सुखद प्रवास को लक्षित कर देश भर में "आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा केंद्र" की स्थापना का महनीय प्रकल्प प्रारम्भ किया गया है, इसी कड़ी में देश के क्रमशः दूसरे और तीसरे और गुजरात के प्रथम एवं द्वितीय "आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा केंद्र" का लोकार्पण तेरापंथ युवक परिषद, सूरत द्वारा 21 दिसम्बर 2019, शनिवार को अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संदीप कोठारी की अध्यक्षता में जैन संस्कार विधि से सम्पन्न हुआ ।
प्रथम "आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा केंद्र" का लोकार्पण सूरत के नजदीक पलसाना चौकड़ी पर स्थित एस.डी.जैन इंटरनेशनल स्कूल के भव्य प्रांगण में किया गया । अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संदीप कोठारी, उपाध्यक्ष श्री महेश बाफना, सहमंत्री श्री अभिषेक पोखरणा, संगठन मंत्री श्री जयेश शाह , एस.डी.जैन इंटरनेशनल स्कूल के चैयरमेन श्री कैलाश जैन, तेरापंथ सभा ट्रस्ट बोर्ड सूरत के मैनेजिंग ट्रस्टी श्री बालचन्द बेताला, तेरापंथ सभा के अध्यक्ष श्री ललित खोखावत, तेयुप सूरत के अध्यक्ष श्री प्रकाश छाजेड़, मंत्री श्री सुनील श्रीश्रीमाल ने स्कूल के में गेट के पास लगे "आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा केंद्र" के बोर्ड का अनावरण किया । स्कूल के प्रिंसिपल के नेतृत्व में स्कूल के बच्चों द्वारा सभी आगंतुकों का भव्य स्वागत किया गया । तत्पश्चात स्कूल प्रांगण में निर्मित "आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा केंद्र" का लोकार्पण जैन संस्कार विधि से किया गया । जैन आगम सूक्तों के उच्चारण से स्कूल प्रांगण  जैनमय हो गया ।
स्कूल के विशाल हॉल में आयोजित स्वागत समारोह में तेयुप सूरत द्वारा स्कूल में आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा केन्द्र हेतु स्थल उपलब्ध करवाने के लिए एस.डी.जैन इंटरनेशनल स्कूल के चैयरमेन श्री कैलाश जैन का साफा एवं खेश पहनाकर और मोमेंटो द्वारा सम्मान किया गया । तेयुप सूरत के अध्यक्ष श्री प्रकाश छाजेड़ ने स्वागत वक्तव्य दिया । अभातेयुप के उपाध्यक्ष श्री महेश बाफना, तेरापंथ ट्रस्ट बोर्ड सूरत के मैनेजिंग ट्रस्टी श्री बालचन्द बेताला, तेरापंथ सभा अध्यक्ष श्री ललित खोखावत, तेरापंथ महिला मण्डल सूरत की अध्यक्षा श्रीमती जयंती सिंघी, अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मण्डल की सह मंत्री श्रीमति मधु देरासरिया ने अभातेयुप के इस अभियान की प्रशंसा करते हुए तेयुप सूरत एवं स्कूल प्रशासन को साधुवाद प्रेषित किया । तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती जयंती सिंघी ने अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा आगामी पूरे वर्ष आयोजित होने वाले आयम्बिल तप में युवकों को जुड़ने का आह्वान किया जिसके लिए अभातेयुप के अध्यक्ष श्री संदीप कोठारी ने स्वयं स्वीकृति प्रदान की एवं सभी युवकों से आयम्बिल अभियान में जुड़ने का आह्वान किया । श्री कैलाश जैन ने अपने स्कूल में महाप्रज्ञ प्रज्ञा केंद्र की स्थापना करने हेतु तेरापंथ युवक परिषद एवं समाज को धन्यवाद प्रेषित किया एवं भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों हेतु सहयोग देने की घोषणा की ।
अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संदीप कोठारी ने अपने वक्तव्य में श्री कैलाश जैन का धन्यवाद दिया । तेयुप सूरत को इस वृहद कार्यक्रम हेतु बधाई प्रेषित की एवं कहा कि अभातेयुप का कोई भी प्रकल्प तेयुप सूरत बड़े स्तर पर आयोजित करती आई है और जो कार्यक्रम तेयुप सूरत से शुरू होता है उसका देश भर की शाखा परिषदें अनुकरण करती है । तेयुप सूरत श्रेष्ठ परिषद के रूप में  आगे बढ़ती रहे ऐसी शुभकामना राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दी ।
आज के कार्यक्रम में सूरत, पलसाना, बारडोली, चलथान, कामरेज, उधना आदि आस पास के स्थलों से कई गणमान्य लोग, परिषदों एवं सभा संस्थाओं के पदाधिकारियों , कार्यकर्ताओं के साथ साथ अभातेयुप परिवार के स्थानीय सदस्यों एवं श्रावक-श्राविका समाज ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर कार्यक्रम को सफल बनाया । कार्यक्रम का संचालन तेयुप सूरत के मंत्री श्री सुनील श्रीश्रीमाल ने किया ।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में भारत के तीसरे और गुजरात के दूसरे "आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा केंद्र" का लोकार्पण अहमदाबाद- मुम्बई हाइवे पर स्थित संस्कृति ग्रीनलैंड रिसोर्ट के बंग्लो नंबर 4 में श्री हंसराज मनोजकुमार गंग के सहयोग से जैन संस्कार विधि से किया गया । परिषद की ओर से स्थल उपलब्ध करवाने हेतु श्री मनोज गंग का सम्मान किया गया ।
दोनों प्रज्ञा केंद्रों का लोकार्पण जैन संस्कार विधि से  जैन संस्कारक श्री विजयकांत खटेड़, श्री प्रकाश डाकलिया एवं श्री धर्मचंद श्यामसुखा ने विविध जैन मंत्रों का उच्चारण कर संपन्न करवाया ।

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