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तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय श्रृंखला 3

ॐ  अ .भी .रा .शि.  को .नमः

तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला ( 3 ) दिनांक 22 अप्रैल 2020

सब  दुख  भंजन -भीम
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तपस्वी भीम जी स्वामी बड़े वैरागी , निर्जरार्थी , निर्लेप और दीदारू -ओपते संत थे । उनके दो विगय उपरांत जीवन भर विगय - खाने का त्याग था ।  पौष -माघ की ठिठुरती ठंडी रातों में भी वे एक पछेवङी  से ज्यादा कपङा नहीं ओढ़ते थे । एकांतर -एक दिन छोड़ एक दिन निर्जल उपवास करते ।

" ॐ अर्हम "

महा तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी के बारे में जयाचार्य श्री आगे और क्या लिखते हैं जानने के लिए अगली पोस्ट में .......
क्रमशः.....

👉🏻मुनि श्री सागरमल जी स्वामी द्वारा लिखित पुस्तक "जय जय जय महाराज" से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻

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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज

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