ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला ( 5 ) दिनांक 24 अप्रैल 2020
श्रृंखला ( 5 ) दिनांक 24 अप्रैल 2020
सब दुख भंजन -भीम
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अनुयायी तथा अन्य मतावलम्बी लोग भी भीम जी स्वामी के दर्शन कर खुश होते । भीम जी तपस्वी की चारित्रचर्या युक्त मनोहर मुद्रा देख मन में चैन - आनंदानुभूति करते । उनका सरस व्याख्यान और निर्मल वाणी सुन जनता प्रसन्न होती , क्योंकि भीम जी स्वामी में विशेषता थी - तपस्या के साथ वे पंच परमेष्ठी के आराधक थे । अ. सि. आ. उ. सा. का सदा जाप करते ।
" ॐ अर्हम "
महा तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी के बारे में जयाचार्य श्री आगे और क्या लिखते हैं जानने के लिए अगली पोस्ट में .......
क्रमशः.....
👉🏻मुनि श्री सागरमल जी स्वामी द्वारा लिखित पुस्तक "जय जय जय महाराज" से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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