ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला ( 7 ) दिनांक 26 अप्रैल 2020
श्रृंखला ( 7 ) दिनांक 26 अप्रैल 2020
सब दुख भंजन -भीम
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भीम जी स्वामी की तरकीब ने उन्हें आशु -कोप से आशुतोष बना दिया । मानो किसी ने खिरणी की जड़ सफेद -धागे में पहना दी हो । तपस्वी भीम जी ने उन्हें ऐसा परोटा , ऐसा संभाला , क्या कहना ? दुर्वासा -वृत्ति से वाशिष्टि -वृत्ति में ला दिया । वे आपस में घुले तो ऐसे घुले ' दूध मिश्री ' । मुनि भागचंद जी ने वृत्ति - प्रकृति -बदलाव के साथ-साथ तपस्याएं भी खूब की । अंतिम 27 वर्षों में 27 मासखमण -तप कर एक कीर्तिमान बनाया । यह सब कुछ हुआ तपस्वी भीम जी स्वामी की बदौलत ।
" ॐ अर्हम "
महा तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी के बारे में जयाचार्य श्री आगे और क्या लिखते हैं जानने के लिए अगली पोस्ट में .......
क्रमशः.....
👉🏻मुनि श्री सागरमल जी स्वामी द्वारा लिखित पुस्तक "जय जय जय महाराज" से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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