ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (24) दिनांक 13 मई 2020
श्रृंखला (24) दिनांक 13 मई 2020
सब दुख भंजन -भीम
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कुछ समय बाद- लाडनू से स्वरूप चंद जी स्वामी के संवाद मिले- " तपस्वी भीम जी आए थे । उनका दिव्य स्वरूप देख अपार हर्ष हुआ " युवाचार्य जीत मुनि के मन में खिन्नता हुई । ' मेरा क्या अपराध ? ' चातुर्मास पूरा हुआ । युवाचार्य जीत वि. सं. 1898 चैत्र कृष्णा सातम को एक गीत लिखने बैठे । गीत लिखते- लिखते स्व. भीम जी स्वामी ने सहसा साक्षात देखकर विस्मित कर दिया ।
" ॐ अर्हम "
महा तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी के बारे में जयाचार्य श्री आगे और क्या लिखते हैं जानने के लिए अगली पोस्ट में .......
क्रमशः.....
👉🏻मुनि श्री सागरमल जी स्वामी द्वारा लिखित पुस्तक "जय जय जय महाराज" से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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