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तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय श्रृंखला 27

ॐ  अ .भी .रा .शि.  को .नमः

तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (27) दिनांक 16 मई 2020

सब  दुख  भंजन -भीम
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क्या वार्तालाप हुआ ,पता नहीं । पर आज से एक अभिनव स्त्रोत खुला । उसी महीने की द्वादशी को अर्थात 5 दिन बाद से तो दोनों में खुले दिल -चर्चा -वार्ता प्रारंभ हो गई। वहां तपस्वी भीम जी 'संघ- प्रभावना मंडल' के सदस्य हैं- इसका जरा सा इशारा भर करते युवाचार्य जीत ने भिक्षु गुण ढा़ल 2-10/11 में लिखा है -
"अमीचंद तपसी गुण दरियो, प्रत्यक्ष उद्योत करियो,
 भीम ऋषि पांडव भीम सरीखो, धर्मोधमे  जुरियों" ।
"गुण- ग्राही, दरियादिली तपस्वी अमीचंद जी ने प्रत्यक्ष उद्योत- प्रकाश किया और पांडु- पुत्र भीम से शक्तिशाली भीम -ऋषि -धर्मोधम- संघ- सेवा में जुड़े"।

" ॐ अर्हम "

महा तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी के बारे में जयाचार्य श्री आगे और क्या लिखते हैं जानने के लिए अगली पोस्ट में .......
क्रमशः.....

👉🏻मुनि श्री सागरमल जी स्वामी द्वारा लिखित पुस्तक "जय जय जय महाराज" से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻

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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज

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