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तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय श्रृंखला 29

ॐ  अ .भी .रा .शि.  को .नमः

तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (29) दिनांक 18 मई 2020

सब  दुख  भंजन -भीम
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उपकार से उपकृत  जयाचार्य ने भि. गु .ढ़ा. 9-10  में यों भी माना है ....।

प्रीति निभावण, भीम -सरीखा, जग में थोड़ा जीवा,

शुद्ध मन  सेती समरण करतां, खुले ज्ञान - घट- दिवा

तपस्वी भीम जी स्वामी जैसे प्रीति निभाने वाले भी थोड़े ही होंगे । उनका स्मरण अंतर ज्योति, तृतीय-  विवेक नेत्र खोलने वाला है ।

" ॐ अर्हम "

महा तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी के बारे में जयाचार्य श्री आगे और क्या लिखते हैं जानने के लिए अगली पोस्ट में .......
क्रमशः.....

👉🏻मुनि श्री सागरमल जी स्वामी द्वारा लिखित पुस्तक "जय जय जय महाराज" से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻

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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज

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