ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री रामसुख जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (2) दिनांक 22 मई 2020
श्रृंखला (2) दिनांक 22 मई 2020
राम -रसायण रामसुख
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वे गृहस्थावस्था में रहते हुए बहुत वर्षों तक श्रावक धर्म का पालन करते रहे । साथ-साथ सामायिक ,पोषध तथा तपस्या के द्वारा उत्तरोत्तर अध्यात्म भावना को बढ़ाते रहें । उन्होंने माता-पिता , छह भाई तथा पत्नी को छोड़कर वि. सं. 1889 आसोज सुदी 10 ( दशहरा ) के दिन बड़े वैराग्य से जयपुर में दीक्षा स्वीकार की ।
" ॐ अर्हम "
महातपस्वी मुनि श्री रामसुख जी स्वामी के तपोमय जीवन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिये ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला .......... राम- रसायण रामसुख !
क्रमशः.....
👉🏻शासन समुद्र " एवं "जय जय जय महाराज" पुस्तक से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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