ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला ( 15 ) दिनांक 4 मई 2020
श्रृंखला ( 15 ) दिनांक 4 मई 2020
सब दुख भंजन -भीम
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'आलोइ निन्दी नि:शल हुआ , खमत खामणा करै लेले नाम',
महाव्रत फेर आरोपे मुनिवर , रिष पूंजै ने कहै करावो संथारो '।
तपस्वी भीम जी ने आलोवणा की , खमत खामणा नाम ले- लेकर किये ।नि:शल्य हुए । महाव्रतों का आरोपण किया । ऋषि -पूंजो जी से अनशन मांगा । जागृत चेता, विलक्षण तपस्वी, तितिक्षु- संत ,अनशन आराधना कर वि. सं.1897 आषाढ़ कृष्णा सातम को सायं काल मुहूर्त भर दिन रहते 40 वर्ष की उम्र में समाधिस्थ हुए ।
" ॐ अर्हम "
महा तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी के बारे में जयाचार्य श्री आगे और क्या लिखते हैं जानने के लिए अगली पोस्ट में .......
क्रमशः.....
👉🏻मुनि श्री सागरमल जी स्वामी द्वारा लिखित पुस्तक "जय जय जय महाराज" से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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