ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री रामसुख जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (23) दिनांक 12 जून 2020
श्रृंखला (23) दिनांक 12 जून 2020
राम -रसायण रामसुख
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जबरी सूं करायो पारणो जी , आषाढ़ सुदी तीथ तीज ।
चौथ चौविहार कीधो वली जी , पिण शरीर निपट गयो छीज ।।
चौथ चौविहार कीधो वली जी , पिण शरीर निपट गयो छीज ।।
इस प्रकार मुनि श्री चातुर्मास में विशेष तपस्या करते , उष्ण काल में आतापना लेते और शीतकाल में शीत सहन करते थे । 45 दिन की तपस्या करने के पश्चात मुनि श्री का शरीर अत्यधिक दुर्बल हो गया था फिर भी उनका मनोबल प्रशंसनीय था।
" ॐ अर्हम "
महातपस्वी मुनि श्री रामसुख जी स्वामी के तपोमय जीवन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिये ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला .......... राम- रसायण रामसुख !
क्रमशः.....
👉🏻शासन समुद्र " एवं "जय जय जय महाराज" पुस्तक से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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