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तपस्वी मुनि श्री रामसुख जी स्वामी जीवन परिचय श्रृंखला 24

ॐ  अ .भी .रा .शि.  को .नमः

तपस्वी मुनि श्री रामसुख जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (24) दिनांक 13 जून 2020


राम -रसायण रामसुख
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उन्होंने आषाढ़ शुक्ला 8 के दिन आत्मालोचन , महाव्रतारोपन एवं सभी के साथ क्षमायाचना की । निर्भयता पूर्वक वार्तालाप कर रहे थे । अकस्मात उनके शरीर में कुछ अस्वस्थता हुई । उस समय युवाचार्य श्री ने पूछा आपके मन में किसी प्रकार की चिंता तो नहीं है ? मुनि श्री तपाक से उत्तर देते हुए बोले- जिसके मन में श्रद्धा- आचार के विषय में संशय होता है अथवा जो कायर होता है वही चिंताग्रस्त होता है ।


" ॐ अर्हम "

महातपस्वी मुनि श्री रामसुख जी स्वामी के तपोमय  जीवन के बारे में  और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिये ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला .......... राम- रसायण  रामसुख  !
क्रमशः.....

👉🏻शासन समुद्र " एवं "जय जय जय महाराज" पुस्तक से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻

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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज

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