ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (2) दिनांक 22 जून 2020
शिवंकराय -शिव
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - -
" ॐ अर्हम "
महातपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी के तपोमय जीवन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिए ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला.......... शिवंकराय - शिव क्रमशः.....
शिवंकराय -शिव
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - -
शिवजी स्वामी ने तप- साधना की कंचन -जंघा चोटी को छू लिया । मुनि श्री हेमराज जी स्वामी ,स्वरूपचंद जी स्वामी, भीमजी स्वामी और जीत मुनि ( जयाचार्य ) का मुमुक्षु- प्रतिबिंब उनमें हिलोरें लेता था । सेवा भावना के साथ वे मजबूत मनोसंकल्पी- तपोबली पुरुष थे । उन्होंने संयम की आराधना के साथ साधना का अनूठा अभियान चालू किया ।
" ॐ अर्हम "
महातपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी के तपोमय जीवन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिए ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला.......... शिवंकराय - शिव क्रमशः.....
👉🏻शासन समुद्र " एवं "जय जय जय महाराज" पुस्तक से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
जैन स्मारक ' चुरू (राजस्थान) के फेसबुक पेज के जुडने के लिए लिंक का उपयोग करें |
https://www.facebook.com/groups/2088461091455165/
प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
0 Comments
Leave your valuable comments about this here :