ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (10) दिनांक 30 जून 2020
शिवंकराय -शिव
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वज्रोपम सीना किया मन दृढ़ मेरु समान ।
पाई वश कर इन्द्रियां रसना- विजय महान ।
रसना विजय महान विरति बल से वर्चस्वी ।
शांत प्रकृति सुवनीत साधना में तेजस्वी ।
लगे चलाने देह पर तप -तलवार सजोर ।
लोह लेखिनी से लिखूं शिव मुनि का तप घोर ।
" ॐ अर्हम "
महातपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी के तपोमय जीवन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिए ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला.......... शिवंकराय - शिव क्रमशः.....
शिवंकराय -शिव
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वज्रोपम सीना किया मन दृढ़ मेरु समान ।
पाई वश कर इन्द्रियां रसना- विजय महान ।
रसना विजय महान विरति बल से वर्चस्वी ।
शांत प्रकृति सुवनीत साधना में तेजस्वी ।
लगे चलाने देह पर तप -तलवार सजोर ।
लोह लेखिनी से लिखूं शिव मुनि का तप घोर ।
" ॐ अर्हम "
महातपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी के तपोमय जीवन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिए ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला.......... शिवंकराय - शिव क्रमशः.....
👉🏻शासन समुद्र " एवं "जय जय जय महाराज" पुस्तक से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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