ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री रामसुख जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (15) दिनांक 4 जून 2020
श्रृंखला (15) दिनांक 4 जून 2020
राम -रसायण रामसुख
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मुनि श्री उच्च कोटि के त्यागी , विरागी और तपस्वी हुए । उनके तप आदि का विवरण इस प्रकार है :-
1.सं. 1890 का प्रथम चातुर्मास जय मुनि के साथ बालोतरा किया ।
2.सं. 1891 का द्वितीय चातुर्मास जय मुनि के साथ फलौदी किया ।
3.सं. 1892 का तृतीय चातुर्मास जय मुनि के साथ लाडनूं किया ।
वहां उन्होंने लगातार 19 दिन का चौविहार तप किया , 20 वें दिन पानी पिया और 21 वें दिन फिर चोविहार रखा । 22 वें दिन पारणा किया । साधुओं में उनका यह तप सर्वोत्कृष्ट था ।
" ॐ अर्हम "
महातपस्वी मुनि श्री रामसुख जी स्वामी के तपोमय जीवन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिये ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला .......... राम- रसायण रामसुख !
क्रमशः.....
👉🏻शासन समुद्र " एवं "जय जय जय महाराज" पुस्तक से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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