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तपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी जीवन परिचय श्रृंखला 13

ॐ  अ .भी .रा .शि.  को .नमः

तपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (13दिनांक 03 जूलाई  2020


     शिवंकराय -शिव
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तपस्वी मुनि शिव जी स्वामी गर्मियों में लोमहर्षक आतापना लेते । गरमा-गरम तपती शिला पसीने से जब ठंडी पड़ने लगती, वे तपती रेती में लेट ध्यानस्थ हो , आत्मा और शरीर का भेद ढूंढते । विचित्र तरह की प्रतिज्ञाएं- अभिग्रह लेते । यह सही है, बिना पतीली तपे घी नहीं पिघलता ।  जयाचार्य श्री ने उन्हें बड़े तपस्वीयों की कोटि में गिन, शिरोपाव ,कामकाज और आहार विभाग की बख्शीश कर संघीय- सम्मान दिया ।


             " ॐ अर्हम "


  
 महातपस्वी  मुनि श्री शिव जी स्वामी के तपोमय जीवन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिए ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला.......... शिवंकराय - शिव  क्रमशः.....

👉🏻शासन समुद्र " एवं "जय जय जय महाराज" पुस्तक से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻

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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज

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