ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (15) दिनांक 05 जूलाई 2020
शिवंकराय -शिव
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" ॐ अर्हम "
महातपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी के तपोमय जीवन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिए ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला.......... शिवंकराय - शिव क्रमशः.....
शिवंकराय -शिव
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जयाचार्य ने " सिरेपांव "की बख्शीश कर मुनि शिवजी का सम्मान बढ़ाया अर्थात उन्हें कार्य विभाग से मुक्त किया । मुनि श्री वहां से विहार कर राजगढ़ ( मालवा ) पधारें । वहां वे अत्यधिक अस्वस्थ हो गये । उनकी सेवा में मुनि जयचंद जी और लालजी थे । उनकी बीमारी के समाचार सुनकर जयाचार्य ने इंदौर से मुनि श्री हिंदू जी तथा वीरचंद जी को उनकी सेवा में भेजा । राजगढ़ ( मध्य प्रदेश ) से उन्हें संतो के कंधे पर उठा वखतगढ़ पहुंचाया ।
" ॐ अर्हम "
महातपस्वी मुनि श्री शिव जी स्वामी के तपोमय जीवन के बारे में और अधिक जानकारी के लिए पढ़ते रहिए ! जीवन परिचय की क्रमबद्ध श्रंखला.......... शिवंकराय - शिव क्रमशः.....
👉🏻शासन समुद्र " एवं "जय जय जय महाराज" पुस्तक से साभार🙏🙏
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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