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नेपाल भूकम्प के पश्चात आचार्य महाश्रमण जी का धर्मसंघ को सन्देश

काठमांडू. २५ अप्रैल. 
हम लोग जैन श्वेताम्बर संघ के कुछ सदस्य साधू साध्वियां और समण श्रेणी काठमांडू में हैं और आज भयंकर सा भूकंप आया था परन्तु हम प्रायः प्रायः सभी सुरक्षित हैं। यानि मामूली शारीरिक चोट के अलावा हम सभी सुरक्षित हैं और अभी हम प्रायः सभी खुले मैदान में बैठे हैं। और हो सकता है भारत में हमारे साधू साध्वियां समण श्रेणी है और नेपाल में भी अन्यत्र हमारे साध्वी प्रमुखा श्री जी आदि साध्वियां और अन्य भी कोई साध्वियां हो सकती है तो हम उन सभी के सुख संवाद जानना चाहते हैं कि नेपाल में भारत में और अमेरिका आदि में हमारे साधू साध्वियां समण श्रेणी हैं वे सब सुखसाता में हैं ना। कही कोई विशेष बात हो तो हमे सूचना भी मिले और वहाँ जो भी उचित व्यवस्था हो सके उस हिसाब से सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए। और ऐसी कोई चिंता की बात हमारी तरफ से नहीं लग रही है। हालाँकि भूकंप के कुछ झटके थोड़े थोड़े आ रहे हैं फिर भी अभी तक कोई अभी तक चिंता वाली खास बात नहीं लग रही है। हमारे धर्म संघ के साधू साध्वियों और समण श्रेणी को कहीं भी कोई खास कठिनाई हो तो हमे उनका संवाद मिलना चाहिए। जितना संभव हो सके हम उनकी सेवा की व्यवस्था का ध्यान रख सकें और सब आनंद में रहें, समता से रहें। हो सके उतना जप आदि का प्रयोग करें। अभी लगभग 3 बजकर 1 मिनट का समय हुआ है। अभी का ताज़ा संवाद दिया जा रहा है।हालांकि काठमांडू आदि में केजुविल्टी हुई है ऐसे समाचार प्राप्त हुए है उन सभी के प्रति हमारी आध्यात्मिक संवेदना है। हमारा धर्मसंघ साधू साध्वियां समण श्रेणी वे वैसे सुरक्षित हैं इसलिए अभी तक की स्थिति के अनुसार हमारे लिए विशेष चिंता ना करें। और कोई खास बात होगी तो यथा संभव सूचना दी जा सकेगी।
-आचार्य महाश्रमण
Acharya Mahashramanji and monks at Kathmandu after the quake hit Nepal

Chanting of Mantras and prayers for Nepal victims 

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