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कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला एवं अर्द्धवार्षिक अधिवेशन, सिरियारी

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद
कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला एवं अर्द्धवार्षिक अधिवेशन, सिरियारी


दिनांक 8, 9 अगस्त 2015. धम्मगिरी पर्वत की तलहटी में तेरापंथ के आद्य प्रवर्तक आचार्य श्री भिक्षु की निर्वाण भूमि सिरियारी में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद द्वारा द्विदिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला एवं अर्द्धवार्षिक अधिवेषन का आयोजन किया गया।


उद्घाटन सत्र
द्विदिवसीय आयोजन का शुभारम्भ राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर द्वारा विधिवत घोषणा से हुआ। अभातेयुप सदस्य श्री प्रमोद भंसाली ने विजय गीत का संगान किया। श्रावक निष्ठा-पत्र के वाचन के पश्चात श्री अविनाश नाहर ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में आचार्य श्री भिक्षु का पावन स्मरण करते हुए उनके प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। अध्यक्ष महोदय ने युवाओं को कर्मठ रहते हुए परिषद के सेवा संस्कार संगठन त्रिआयामी उदेश्य के प्रति सदैव जागरूक एवं सक्रिय रहने की प्रेरणा दी। सहमंत्री प्रथम श्री संजय जैन ने अपने विचार प्रस्तुत किये। आचार्य श्री भिक्षु समाधि स्थल संस्थान के अध्यक्ष श्री मूलचन्द नाहर ने सभी युवाओं का स्वागत किया। इस अवसर पर विषेश रूप से उपस्थित पाली विधायक ज्ञानचन्द पारख ने जैन समाज की एकता एवं उन्नति हेतु युवाओं को प्रेरित किया। पाली नगर परिषद के सभापति श्री महेन्द्र बोहरा ने अखिल तेरापंथ युवक परिषद की गतिविधियों को समाजोपयोगी बताते हुए भुरि भुरि प्रशंसा की। मारवाड़ जं के प्रधान श्री सुमेरसिंह राजपुरोहित ने भी आचार्य श्री भिक्षु के प्रति अपनी आस्था प्रकट करते हुए अपने उद्गार व्यक्त किये। अभातेयुप द्वारा आगंतुक सभी अतिथियों का स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम प्रायोजक श्री देवराज मूलचन्द नाहर ट्रस्ट का भी स्मृति चिन्ह प्रदान कर आभार ज्ञापित किया गया। अभातेयुप कोषाध्यक्ष श्री विमल कटारिया ने आभार ज्ञापन किया। उद्घाटन सत्र का संचालन सहमंत्री द्वितीय एवं अधिवेशन संयोजक श्री सुरेन्द्र सेठिया एवं प्रमोद भंसाली ने किया।



प्रथम सत्र : सेवा 
सेवा के विषय में युवाओं को मार्गदर्शन देते हुए जैन विश्व भारती संस्थान के प्रथम कुलपति श्री महावीर राज गेलड़ा ने कहा कि युवा सेवा के कार्याें को बिना अहंकार के साथ करे। समाज सेवा एवं राष्ट्र सेवा के कार्यां को करते समय भावावेष नहीं अपितु समता के साथ करें। श्री गेलड़ा ने युवाओं को चारित्र आत्माओं के वैयावृत्य एवं रास्ते की सेवा में श्रम लगाने की प्रेरणा दी। प्रथम सत्र में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री बी.सी. भलावत ने आभार ज्ञापन किया एवं जैन संस्कार प्रभारी व ABTYP JTN प्रतिनिधि श्री धर्मेन्द्र डाकलिया ने संचालन किया।


द्वितीय सत्र : संस्कार
अभातेयुप के पंचमण्डल सदस्य श्री राजेन्द्र सेठिया ने संस्कार विषय पर सम्बोधित करते हुए कहा कि युवाओं में त्याग की चेतना जागृत हो। युवा आहार शुद्धि, व्यसन मुक्ति, विनम्रता एवं दायित्व निर्वहन जैसे गुणों को अपनाए। सत्र का संचालन प्रमोद भंसाली ने किया।


तृतीय सत्र : संगठन
सत्र के आरम्भ में अभातेयुप के उपाध्यक्ष द्वितीय श्री नरेन्द्र माण्डोतर ने मुख्य वक्ता श्री मर्यादा कोठारी एवं डाॅ. महेन्द्र कर्नावट का परिचय प्रस्तुत कर स्वागत किया।
सत्र में अभातेयुप के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मर्यादा कोठारी ने संगठन विषय की व्याख्या करते हुए कहा कि जहां व्यक्तियों का समूह संग मिलकर कार्य करने की ठान ले उसे संगठन कहते हैं। किसी भी संगठन की सफलता हेतु सदस्यों में विश्वास, समर्पण, पारदर्शिता, समानता, प्रामाणिकता, सकारात्मकता एवं परस्पर प्रमोद भावना का होना आवश्यक है।
अभातेयुप के पंचमण्डल सदस्य अणुव्रत सेवी डाॅ. श्री महेन्द्र कुमार कर्नावट ने युवकों को अच्छे कार्यकर्ता और कुशल वक्ता बनने के गुर सिखाये। सत्र का संचालन अभातेयुप उपाध्यक्ष द्वितीय श्री नरेन्द्र माण्डोतर एवं प्रमोद भंसाली ने किया। दोपहर में राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक का आयोजन भी किया गया।


धम्म जागरणा
आचार्य भिक्षु की समाधि जन जन की आस्था का धाम है। अधिवेशन प्रांगण में भव्य धम्म जागरणा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पाली के राहुल बालड़, भीलवाड़ा की भगिनी युगल चुनौति एवं आकांक्षा नाहर, दिल्ली के राजेष खींवसरा ने अपने सुमधुर गीतों से भक्ति भावों की वर्षा कर सभी को भाव विभोर कर दिया। श्री सुरेन्द्र सेठिया एवं कमल पटावरी ने भी अपने गीतों की प्रस्तुति दी। युवा कवि एवं कुशल मंच संचालक प्रमोद भंसाली ने अपने द्वारा रचित छन्दों से गुरूदेवों के प्रति समर्पण भाव ज्ञापित कर स्तुति की।
धम्म जागरणा में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पन्नालाल पुंगलिया ने भी सुन्दर काव्य रचनाओं की प्रस्तुति देकर समारोह की शोभा बढ़ाई। राष्ट्रिय अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर ने गायकों का स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया और आगंतुकों का स्वागत किया।

द्वितीय दिवस
द्वितीय दिवस का शुभारम्भ अभातेयुप की शुभ्र वेष धारी सेना ने प्रभात फेरी निकाल कर की। प्रभात फेरी में युवाओं द्वारा जोश भरे उद्घोषों एवं गायक राहुल बालड़ के मधुर गीतों ने सिरियारी की गलियों को भक्ति भावों से सराबोर कर दिया। प्रभात फेरी में आचार्य श्री भिक्षु समाधि स्थल संस्थान के अध्यक्ष श्री मूलचन्द नाहर, उपाध्यक्ष धर्मीचन्दजी धोका, कोषाध्यक्ष निर्मलजी सहित अभातेयुप के सभी सदस्य एवं अधिवेषन के आगंतुक संभागियों ने भाग लिया।
सामुहिक सामायिक एवं जाप

आचार्य श्री भिक्षु के पावन समाधि स्थल पर दे  भर से समागत युवाओं ने सामुहिक सामायिक का प्रयोग किया एवं मंत्र जाप किया।

चतुर्थ सत्र : संविधान
चतुर्थ सत्र में पूर्व अध्यक्ष श्री पन्नालाल पुंगलिया ने संविधान को किसी भी संस्था का सुरक्षा कवच बताया। उन्होंने कहा कि संगठन की संरचना में व्यावहारिकता अंतिम छोर है संविधान नहीं। जहां व्यावहारिकता समाप्त होती है वहीं विधान की आवश्यकता का अनुभव होता है। श्री पुंगलिया ने विधान को घर की चार दीवारी के समान बताया जो सुरक्षा करती है और व्यवहार को सम्बन्धों के रूप में उपमित किया जो मकान को घर बनाता है। सत्र का संचालन कोषाध्यक्ष विमल कटारिया ने किया।

पंचम सत्र: अभातेयुप प्रकाशन एवं गतिविधियां
अभातेयुप के पूर्व महामंत्री श्री प्रफुल्ल बेताला ने अभातेयुप द्वारा प्रकाशित किये जा रहे तेरापंथ टाईम्स, युवा दृष्टि, युवा होरिजोन पत्रिका के विषय में जानकारियां प्रस्तुत की। अभातेयुप के मीडिया उपक्रम अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज के बारे में अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़ के कार्यकारी सम्पादक श्री महावीर सेमलानी एवं सहसम्पादक श्री संजय वैदमेहता ने विस्तृत जानकारी दी।  जै वि भा विश्व विद्यालय प्रभारी श्री रमेश पटावरी ने आभार ज्ञापन किया। सत्र का संचालन कोषाध्यक्ष  श्री विमल कटारिया ने किया।

साधारण सदन
साधारण सदन की शुरूआत से पूर्व अभातेयुप के 50 वर्षाें के गौरवशाली इतिहास को समेटे हुए विडियो ‘कल आज और कल’ का बड़े पर्दे पर प्रदर्शन किया गया। इस विडियो का निर्देशन राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर एवं संकलन श्री मनोहर गोखर, श्री देवेन्द्र डागलिया एवं शर्मा फोटोग्राफर ने किया है। साधारण सदन की बैठक में संगठन के विकास एवं संचालन से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर व्यापक चर्चा की गई एवं अभातेयुप की महत्वाकांक्षी योजना आचार्य तुलसी डाइग्नोस्टिक सेन्टर एवं हाॅस्टल परियोजना के सम्बन्ध में आवश्यक निर्णय लिये गये।


समापन समारोह
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर ने देशभर से समागत युवा शक्ति को अपने अपने क्षेत्रों में संघ एवं संगठन की कीर्ति एवं यश को फैलाने वाले नये नये आयामों में श्रम नियोजित करने की प्रेरणा दी। अधिवेशन संयोजक श्री सुरेन्द्र सेठिया एवं सहसंयोजक प्रमोद भंसाली ने आभार ज्ञापित कर अपनी भावनाएं प्रस्तुत की।



रिपोर्ट: संजय वैदमेहता, प्रमोद भंसाली

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