सुनाम, दिनांक 7 जुलाई 2016 को तेरापंथ धर्मसंघ के 11 वें अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या शासन श्री साध्वी श्री यशोधरा जी के पावन सान्निध्य में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ महासभा के अध्यक्ष श्री किशन जी डागलिया की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में साध्वी श्री यशोधरा जी ने मंगल प्रेरणा देते हुए कहा - की लोग कहते हैं की युवाओं में उत्साह नहीं है , पर मैं कहती हूँ की आज के युवाओं में उत्साह बहुत है। किशन जी डागलिया एवं
डालमचन्द जी बैद सक्रीय कार्यकर्ता हैं। जीवन से प्रेरणा मिलती है , भाषणों से नहीं। परिवारों की सूचि तैयार करनी चाहिए। नेता वही सफल होता है जो कर्तव्य निष्ठ हो। विशेष प्रेरणा देता हुए साध्वी श्री जी ने कहा - की श्रावकों के ही सहारे संघ की प्रभावना , श्रावकों के ही सहारे मोक्ष की आराधना।
साध्वी श्री नीति श्री जी ने कहा - की मेवाड़ वासियों का सौभाग्य है की मेवाड़ क्षेत्र का तेरापंथ महासभा का अध्यक्ष है। ऐसे कार्यकर्ता जो तन, मन और धन से अर्पण करते हैं खुद को , वही संघ की सेवा कर सकता है , जो कर्तव्य निष्ठ है।
इसके अतिरिक्त बैठक में तेरापंथ महासभा के अध्यक्ष श्री किशन जी डागलिया , उपाध्यक्ष श्री डालमचन्द जी बैड , पंजाब प्रान्त सभा के अध्यक्ष सुरिंदर जी मित्तल , श्री केवल कृष्ण जी महासभा के कार्यकारी सदस्य की सहभागिता रही। आदरणीय अध्यक्ष महोदय ने स्थानीय स्तर पर चलने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। महासभा की प्रकृतियों , ज्ञानशाला संचालन , पारिवारिक सार संभाल , चारित्रात्माओं की सेव उपासना की प्रेरणा दी। महासभा की भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी। बैठक में श्रावक समाज ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का कुशल संयोजन श्री केवल कृष्ण जी जैन ने किया।
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