ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला (30) दिनांक 19 मई 2020
श्रृंखला (30) दिनांक 19 मई 2020
सब दुख भंजन -भीम
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भीम गुण ढा़ल 4-5 में जयाचार्य लिखते हैं- तपस्वी ! आप तो हो...... ।
" पूरण मन वांछित दातारी, सुख सम्पति तणो सहचारी "
सुख समाधि के साथी ! मनोभिलाषा पूरी करने वाले ! वाह रे ! वाह ! तपस्वी भीम जी ! नमन नमन .......अमी. गुण ढा़ल 3-5 में कहा -
'भीम ऋषि भ्रम -भंजनो, जन -मन -रंजन जोग्य ।
चरण -करण चित्त चातुरी, आनंद , करण आरोग्य ।।'
" ॐ अर्हम "
महा तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी के बारे में जयाचार्य श्री आगे और क्या लिखते हैं जानने के लिए अगली पोस्ट में .......
क्रमशः.....
👉🏻मुनि श्री सागरमल जी स्वामी द्वारा लिखित पुस्तक "जय जय जय महाराज" से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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