ॐ अ .भी .रा .शि. को .नमः
तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी जीवन परिचय
श्रृंखला ( 16 ) दिनांक 5 मई 2020
श्रृंखला ( 16 ) दिनांक 5 मई 2020
सब दुख भंजन -भीम
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अष्टमी को लोग दाह- संस्कार करने गए । पीछे तपस्वी भागचंद जी उदास- उदास, बे -चैन से बैठे थे । किसी गंभीर चिंतन में मन नहीं लग रहा था । उन्होंने बैठे-बैठे आवाज़ लगाई- संत नंदू जी आये । "तपस्वी बोले- नंदू ! मन नहीं लग रहा है। भाई ! पूंजो जी को बुलाओ तो ? " मुनि पूंजो जी आये । तपस्वी बोले- पूंजा ! ये संभाल भाई ! भीमजी स्वामी के पुस्तक- पन्ने अपन तो चले ..भीमजी स्वामी के साथ....।
" ॐ अर्हम "
महा तपस्वी मुनि श्री भीम जी स्वामी के बारे में जयाचार्य श्री आगे और क्या लिखते हैं जानने के लिए अगली पोस्ट में .......
क्रमशः.....
👉🏻मुनि श्री सागरमल जी स्वामी द्वारा लिखित पुस्तक "जय जय जय महाराज" से साभार🙏🙏
लिखने में किसी भी प्रकार की त्रुटि रही हो तो मिच्छामि दुक्कड़म🙏🏻🙏🏻
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प्रसारक : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज
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